प्रमोद मिश्रा, 18 मई 2923
Raipur News: छत्तीसगढ़ में लोक सेवा आयोग इन दिनों सवालों के घेरे में है. सीजी पीएससी 2021 परीक्षा के रिजल्ट पर बीजेपी ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है. टॉप पोजिशन में आने वालों की लिस्ट में खरीदी बिक्री का आरोप लगाया है और सीजी पीएससी के अध्यक्ष पर गड़बड़ी कर अपने रिश्तेदारों को अलग अलग पदों पर चयन करवाने का भी आरोप लगाया गया है. इन आरोपों की जांच के लिए बीजेपी ने राजभवन में शिकायत की है इसके साथ ही सीबीआई को ज्ञापन देकर जांच की मांग की गई है.
बीजेपी का आरोप सीजी पीएससी के अध्यक्ष ने अपने रिश्तेदारों का चयन किया!
दरअसल 11 मई को पीएससी ने रिजल्ट जारी किया है. इसमें रायपुर की प्रज्ञा नायक ने पूरे प्रदेश में टॉप किया है. लेकिन पीएससी के रिजल्ट पर बीजेपी ने कांग्रेस के नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों के रिश्तेदारों को चयन करने का आरोप लगाया गया है. बीजेपी नेता गौरी शंकर श्रीवास ने दावा करते हुए कुछ लोगों के नाम भी जारी किया है. उन्होंने सीजी पीएससी के अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी पर सिंडिकेट बनाकर घोटाला करने का आरोप लगाया है.
बीजेपी का दावा ये है पीएससी अध्यक्ष के रिश्तेदार
बीजेपी के नेता गौरीशंकर श्रीवास ने दावा किया है कि , जारी किए गए रिजल्ट में सरनेम छुपाकर सीजी पीएससी के अध्यक्ष ने अपने बेटे को डिप्टी कलेक्टर बनाया है. बीजेपी ने लिस्ट से कुछ नाम अलग कर बताया है कि नितेश – डिप्टी कलेक्टर. लिस्ट में सोनवानी सरनेम छुपाया गया है. ये सीजी पीएससी के अध्यक्ष के दत्तक पुत्र है. साहिल – डी एस पी इसका सरनेम छुपाया गया क्योंकि ये सीजी पीएससी के अध्यक्ष का भतीजा है.सुनीता जोशी – श्रम पदाधिकारी सीजी पीएससी के अध्यक्ष के भांजी है.
रिजल्ट रोकने की मांग और अधिकारियों की हो नार्को टेस्ट
इसके बाद बीजेपी के नेता गौरीशंकर श्रीवास ने रिजल्ट को तत्काल रद्द करने की मांग की है. राजभवन में शिकायत कर इस घोटाले पर जांच करवाने की मांग की गई है. बीजेपी नेता गौरीशंकर श्रीवास ने मीडिया से कहा कि प्रदेश लाखों अभ्यार्थियों के भविष्य का खिलवाड़ किया जा रहा है. हमारी मांग है कि उत्तर पुस्तिका का जांच हो और पीएससी के अधिकारियों का नार्को टेस्ट किया जाए. तत्काल परीक्षा के परिणाम पर रोक लगाई जाए. इस मामले में अब हम हाईकोर्ट भी जाएंगे.
कांग्रेस का पलटवार बीजेपी ने किया चयनित छात्रों का अपमान
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सीजीपीएससी की परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से होती है और उस में भाग लेने वाले अभ्यर्थी अपनी योग्यता क्षमता के आधार पर परीक्षा पास कर चयनित होते हैं. ऐसे में भाजपा के द्वारा उनके चयन पर सवाल उठाना चयनित बच्चों का अपमान है. इसके आगे ठाकुर ने बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए याद दिलाया कि प्रदेश के छात्र-छात्रायें उस दिन को भूले नहीं है, जब रमन सिंह मुख्यमंत्री थे उस दौरान शिक्षा मंत्री रहे केदार कश्यप की पत्नी के स्थान पर दूसरे युवती ने परीक्षा दी थी और उस नकल प्रकरण का भंडाफोड़ हुआ था.