कांकेर: पीएलएफआई के हार्डकोर नक्सली समेत 3 गिरफ्तार,एसएसपी शलभ सिन्हा ने को पुष्टि

छत्तीसगढ़

नक्सली पर 30 लाख का ईनाम था वह पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया(PLFI) से जुड़ा हुआ बताया जा रहा । उसकी शिनाख्त दिनेश गोप के रूप में हुई।इस की पुष्टि कांकेर के एसएसपी शलभ सिन्हा ने की है।कांकेर में PLFI के हार्डकोर नक्सली समेत 3 गिरफ्तार
एनआइए की टीम ने इस मोस्ट वांटेड माओवादी को अपने कब्जे में लिया।यह प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया।(पीएलएफआई) से संबद्ध बताया जा रहा है। इस मोस्ट वांटेड माओवादी को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को हिरासत में लिया। इस दुर्दांत अपराधी पर 30 लाख रुपये का इनाम था। जांच एजेंसी के सूत्रों ने तो यहां तक बताया कि हिरासत में लिए गए माओवादी की शिनाख्त दिनेश गोप के रूप में हुई है।


उस पर झारखंड सरकार ने 25 लाख रुपये और एनआईए ने पांच लाख रुपये का इनाम रखा है।15 सालों से खुफिया एजेंसियां रखे थीं उस पर नजर पुलिस विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि- खुफिया एजेंसियां, पुलिस,सीआरपीएफ पिछले 15 सालों से उस पर लगातर नजर रख रही थी।दो दशक से अधिक समय से वह नक्सली गतिविधियों में संलिप्त बताया जा रहा है। उसके खिलाफ तमाम अदालतों में 100 से अधिक मामले लंबित हैं।इस आरोपी से पूछताछ जारी है। तो वहंीं एनआईए ने इस मामले को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

भाजपा नेता से मांगी थी 10 एके-47
गोप पर ये भी आरोप है कि अभी हाल ही में उसने बिहार के एक भाजपा नेता से 10 एके-47 की मांग की थी। इसके साथ ही साथ गोप ने धमकी दी थी कि अगर उसकी मांगें नहीं मानी गईं तो वह भाजपा नेता की हत्या कर देगा।फिलहाल कांकेर पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम की इस कार्यवाही की जमकर तारीफ हो रही है।

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