छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है। वैसे-वैसे सियासी समीकरण बढ़ते जा रहे हैं। हर पार्टी अपने स्तर पर राजनीतिक समीकरण बैठाने में लगी हुई है। इसी क्रम में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे नया दांव खेलने की तैयारी में है। पार्टी प्रमुख अमित जोगी तेलंगाना के सीएम के चंद्रेशखर राव से हाथ मिला सकते हैं। यानी वे केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति के साथ गठबंधन कर सकते हैं। उनके इस निर्णय से प्रदेश में हलचल बढ़ गई है।
अमित जोगी इस गठबंधन को अमलीजामा पहनाने गुरुवार को ही हैदराबाद रवाना हो चुके हैं। वहां पर वो तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात कर सकते हैं। इससे पहले फरवरी में अमित जोगी और केसीआर की मुलाकात हो चुकी है। चर्चा है कि अमित जोगी कुछ और पार्टियों के साथ भी गठबंधन कर सकते हैं। हैदराबाद रवाना होने से पहले अमित जोगी ने पार्टी कार्यकर्ताओं के नाम एक खत लिखा है
इसके पहले भी उन्होंने साल 2018 में बसपा के साथ गठबंधन किया था, जिसमें दोनों ने मिलकर 7 सीटें जीती थीं। इसमें से 5 जेसीसीजे ने और 2 पर बसपा ने कब्जा किया किया था। मई 2020 में जनता कांग्रेस के मुखिया अजीत जोगी का निधन हो गया। इसके बाद दोनों का गठबंधन टूट गया। बाद में अमित जोगी ने कहा कि था बसपा से गठबंधन करना उनकी बड़ी भूल थी। हाल ही में सागौन बंगले में अमित जोगी ने पार्टी की सदस्यता अभियान की शुरुआत करने के समय ऐलान किया था कि वो इस बार किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे, लेकिन हैदराबाद में केसीआर से मुलाकात की बात ने सबकी बेचैनी बढ़ा दी है।