प्रमोद मिश्रा
बिलासपुर, 07 जून 2023
छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी पूरी दमखम के साथ चुनाव की तैयारी में लग चुकी है । दरअसल, कांग्रेस पार्टी द्वारा सबसे पहले संभाग स्तर पर कार्यकर्ताओं का सम्मेलन किया जा रहा है । आज बिलासपुर में कार्यकर्ताओं का सम्मेलन है जिसमें 24 विधानसभा सीटों के कार्यकर्ता जुड़ेंगे । वहीं इससे पहले बस्तर में भी कार्यकर्ता सम्मेलन कांग्रेस कर चुकी है । बिलासपुर के बाद दुर्ग में भी संभाग स्तर पर कार्यकर्ताओं का सम्मेलन पार्टी करने वाली है, ऐसे में 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर तमाम कार्यकर्ताओं से बातचीत कर नेता जीत का खाका तैयार करने वाले हैं ।
आपको बताते चलें कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सबसे कमजोर स्थिति बिलासपुर संभाग में थी। संभाग की 24 सीट में से कांग्रेस के पास 13, भाजपा के पास सात और दो-दो सीट बसपा और जकांछ के पास है।
बिलासपुर संभागीय सम्मेलन में जीत की राह तलाशेंगे दिग्गज
संभागीय सम्मेलन करके कांग्रेस जीत की राह तलाश करेगी। सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रभारी सचिव डा चंदन यादव, सप्तगिरी शंकर उल्का और राष्ट्रीय सहसचिव विजय जांगिड़ के साथ बिलासपुर विधायक सहित एक हजार पदाधिकारी शामिल होंगे। संभागीय सम्मेलन का आयोजन सुबह 11 बजे से बिलासपुर के सिम्स आडिटोरियम में होगा।
इस चुनाव में जोगी कांग्रेस की स्थिति कमजोर
राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद इस चुनाव में जकांछ की स्थिति कमजोर हुई है। पिछले चुनाव में बसपा के साथ जकांछ के गठजोड़ के बाद चार सीट गठबंधन के पाले में आई थी। इस चुनाव में बसपा सभी 90 सीट पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है।
क्या कांग्रेस को मिलेगा फायदा?
जकांछ-बसपा का गठजोड़ टूटने के बाद कांग्रेस इस कवायद में जुटी है कि उनके खाते की सीट अपने पाले में किया जाए। बिलासपुर संभाग की पांच सीट पर गठजोड़ के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। वहीं, बसपा विधायकों को कांग्रेस के पाले में लाने के लिए सियासी जोड़तोड़ भी शुरू हो गई है।
कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करके फीडबैक लेंगे पदाधिकारी
बताया जा रहा है कि इस सम्मेलन के माध्यम से कांग्रेस आगामी चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलगी। ऐसे में विधानसभा वार विधायकों के परफार्मेंस को लेकर भी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जाएगा। साथ ही सरकार के कामकाज की जमीनी हकीकत की भी पड़ताल करेंगे। कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की नाराजगी जानने की भी कोशिश होगी।