छत्तीसगढ़: पटवारियों के समर्थन में उतरी बीजेपी, प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- तानाशाही फरमान दे रही है सरकार

छत्तीसगढ़

प्रमोद मिश्रा, 9 जून 2023

रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने पटवारियों की हड़ताल का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि पटवारियों की जायज मांगें पूरी करने में मुख्यमंत्री विफल हुए हैं। भूपेश बघेल सरकार पर आरोप लगाते हुए अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तानाशाही पर उतर आए हैं। सरकार का काम जनता की सेवा में तैनात सरकारी कर्मचारियों का समुचित पोषण करना है। जिससे वो जनता की सेवा पूरी मुस्तैदी से कर सकें। लेकिन भूपेश बघेल की सरकार ने अपने ही कर्मचारियों का दमन किया है। उन्होंने कहा कि हड़ताल पर बैठे पटवारियों ने न्यायोचित मांगों की पूर्ति के लिए अनशन का रास्ता चुना है।

साव ने कहा कि पटवारियों को उम्मीद थी कि सत्ता में आने के लिए कांग्रेस ने हर तरह के कर्मचारियों से जो वादे किए थे वो पूरे किए जाएंगे। लेकिन सरकार बनने के बाद उसे धातल में नहीं उतारा गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते भूपेश बघेल हर हड़ताली पंडाल में पहुंच जाते थे। किसी वर्ग से किये वादे पूरे करना तो दूर कर्मचारियों की मांगों को सुनने के लिए भूपेश बघेल तैयार नहीं हैं।

 

 

 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि साढ़े चार साल से सभी वर्गों के कर्मचारियों अधिकारियों का शोषण किया जा रहा है। महंगाई भत्ते के लिए आंदोलन करना पड़ता है। ऐसा कोई कर्मचारी संघ शेष नहीं है, जिसने भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ मोर्चा नहीं खोला हो। अपनी मांगों के समर्थन में अनशन पर बैठने वाले कर्मचारियों पर अब तक भूपेश बघेल की पुलिस के डंडे बरस रहे थे, अब कर्मचारियों का दमन करने एस्मा लगाया गया है।

पढ़ें   गोरखपुर: फेसबुक पर दोस्ती, छत्तीसगढ़ की किशोरी को दो साल छिपाकर रखा, गिरफ्तार

उन्होंने कहा कि यह कर्मचारियों के असंतोष को दबाने का तानाशाही फरमान है। भूपेश बघेल का लोकतांत्रिक व्यवस्था में जरा सा भी भरोसा नहीं है। हर तरफ शोषण की राजनीति कर रहे हैं। कर्मचारियों की मांग पूरी नहीं कर सकते तो छत्तीसगढ़ के समस्त कर्मचारियों से हाथ जोड़ लें। उन्हें बर्खास्त करने की क्या जरूरत है। आज पटवारियों ने उनके एस्मा आदेश की प्रतियां जलाई हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी पटवारियों की उचित मांगों का समर्थन करती है और सत्ता में आने पर सभी उचित मांगों को पूरा करेगी।

Share