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पति, पत्नी और साले की तिकड़म ने बेरोजगारों को लगाया चूना : नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से लिए पैसे, बेरोजगारों को न नौकरी मिला और न ही पैसा, पढ़िए पेशे से सरकारी शिक्षक, उसकी पत्नी और साले की लूट की कहानी

प्रमोद मिश्रा

रायपुर, 04 जुलाई 2023

छत्तीसगढ़ में एक तरफ सरकार बेरोजगार युवकों को रोजगार दिलाने के लिए लगातार सरकारी भर्तियां निकाल रही है लेकिन इस मौके का फायदा उठाकर कई लोग बेरोजगार युवकों से और बेरोजगार युवकों के परिवार वालों से छल कर पैसा ऐंठने का भी काम कर रहे हैं । ताजा मामला बलौदा बाजार जिले के कटगी गांव से आया है,  जहां पेशे से शिक्षक दिलहरण देवांगन ने कई बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों के परिजनों से लाखों रुपए की ठगी कर दी । पेशे से सरकारी शिक्षक दिलहरण देवांगन की इस धोखाधड़ी की कहानी में उसकी पत्नी और उसके साले का भी अहम योगदान रहा है ।

 

 

 

आपको बताते चलें कि दिलहरण देवांगन ने कई बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रुपए ऐंठे और जब लोगों को नौकरी नहीं मिली तो वे पैसा मांगने के लिए दिलहरण देवांगन के पास गए, तो उनको तारीख के ऊपर तारीख मिला और बाद में कह दिया गया कि तुमको पैसा नहीं मिलेगा क्योंकि तुमने पैसा दिया ही नहीं है ।

मीडिया24 की टीम को प्रार्थी अरुण कुमार देवांगन ने बताया की उनके भाई किशोर देवांगन को वार्ड ब्वॉय के पोस्ट पर नौकरी दिलाने के नाम से दिलहरण, उसके साले और उसकी (दिलहरण की) पत्नी ने 7 लाख रुपए लिए और अरुण की पत्नी प्रमिला देवांगन की हॉस्पिटल में नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख रुपए 2020 में लिए । अरुण ने बताया कि दिलहरण ने कहा था कि 6 महीने में दोनों की नौकरी लग जायेगी लेकिन समय बीत जाने के बावजूद नौकरी नहीं लगने पर पैसे की मांग करने पर तारीख पे तारीख दिलहरण के द्वारा दी गई पर पैसा उसको वापस नहीं मिला । अरुण ने बताया कि इसकी शिकायत 5 जून 2023 को पुलिस कप्तान, बलौदाबाजार के पास भी की और कसडोल थाने में भी इसकी शिकायत की है ।

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दिलहरण की पत्नी ने झूठे केस में फंसाने की कही बात

अरुण देवांगन ने बताया कि जब अपने दिए पैसे को वापस मांगने रतनपुर में दिलहरण के साले के गांव रतनपुर में गए, तो दिलहरण देवांगन की पत्नी ने अरुण को बलात्कार के झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी । दिलहरण की पत्नी ने कहा कि पैसे की बात करोगे तो बलात्कार के केस में फंसा दूंगी ।

भुवनेश्वर कोसले से भी की ठगी

कटगी से लगे सरवानी गांव के रहने वाले भुनेश्वर कोसले पिता रामेश्वर कोसले से उसके बेटे दीपांशु कोसले के वनरक्षक के पोस्ट में नौकरी लगाने के नाम से दिलहरण देवांगन, उसका साला राजेश देवांगन और उसकी पत्नी ने 4 लाख रुपए 2020 में लिए । दिलहरण ने दो किश्त में दो – दो लाख रुपए कुल मिलाकर 4 लाख रुपए लिए । रुपए लेने के दौरान दिलहरण, उसकी पत्नी और साला ने कहा कि डेढ़ महीने में वनरक्षक के पद पर दीपांशु कोसले की नियुक्ति हो जायेगी लेकिन उसकी नियुक्ति भी नहीं हो पाई । जब प्रार्थी भुनेश्वर कोसले ने अपने दिए पैसे की मांग दिलहरण से की, तो पहले तो तारीख पे तारीख दिया लेकिन बाद में कहने लगा कि तुमने पैसा दिया ही नहीं है ।

सुखसागर कोसले से भी नौकरी लगाने के नाम पर लिए पैसा

सरवानी के रहने वाले सुखसागर कोसले ने बताया कि मेरे बेटे राकेश कोसले के वनरक्षक के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख रुपए दो किश्त में दिलहरण देवांगन, उसके साले और उसकी पत्नी ने लिए साथ ही यशवंत बंजारे जो कि सुखसागर कोसले का रिश्तेदार है, उसके मंडी निरीक्षक में नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख 50 हजार रुपए 2 किश्त में लिया । सुखसागर कोसले ने 4 लाख बैंक से डाला और 4 लाख नगद दिलहरण को अरुण देवांगन के घर में दिया । सुखसागर कोसले ने बताया कि जब अपने पैसे की मांग दिलहरण देवांगन से की तो पहले पैसा दूंगा बोला और बाद में कहने लगा कि तुमने मुझे पैसा दिया ही नहीं है ।

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शिकायत पर हुई कार्रवाई

कसडोल थाना प्रभारी कैलाश चंद्र दास ने बताया कि आरोपी दिलहरण देवांगन के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है । विवेचना के बाद जिस किसी का नाम आएगा उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी ।

 

 

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