कोटा: कांग्रेस के गढ़ में नहीं हुआ विकास, भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

छत्तीसगढ़

प्रमोद मिश्रा, 25 जुलाई 2023

छत्तीसगढ़ राज्य के कोटा विधानसभा क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। इसके बाद भी आज तक कोटा विधानसभा विकास कार्यों में पिछड़ा हुआ है। इसी को लेकर सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कार्यालय का घेराव कर 21 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन राज्यपाल के नाम सौंपा है।

भाजपा कार्यकर्ताओं की मुख्य मांग कोटा नगर के रिहायशी इलाके में संचालित हो रही शराब की दुकान को वहां से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट करने की है। कोटा रतनपुर राजमार्ग पर पुल टूटे हुए दो महीने हो गए हैं, उसे सही किया जाए। रतनपुर महामाया देवी की नगरी है और यहां श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। पुल टूटने के कारण श्रद्धालुओं को भटकना पड़ता है। राम मंदिर से पंडरा पथरा प्रधानमंत्री सड़क योजना दो साल से जर्जर हालत में है, जिसकी तत्काल मरम्मत करायी जाए।

 

 

 

कोटा रेलवे स्टेशन तक सड़क लोकनिर्माण विभाग की स्वीकृत दो साल से है, जिसे तत्काल प्रारंभ किया जाए। गौरेला पेंड्रा नगर पंचायत को मुख्यमंत्री के द्वारा तीन वर्ष पहले नगर पालिका बनाने की घोषणा की गई थी, जो आज तक अस्तित्व में नहीं आई। इसे शीघ्र पूरा किया जाए। रतनपुर नगर पालिका एवं कोटा नगर पंचायत क्षेत्र में आबादी भूमि पर पट्टा देने के लिए शासन द्वारा सर्वे कराया गया है। आम नागरिकों से शुल्क भी लिया गया और कुछ लोगों को पट्टा देने के बाद पट्टा वितरण बंद कर दिया गया। ऐसे में बाकी आम नागरिकों को पट्टा दिलाया जाए।

तेंदू पत्ते का बोनस पूरे कोटा विधानसभा क्षेत्र में दो वर्षों से नहीं दिया गया, वह शीघ्र दिया जाए। रेत माफियाओं द्वारा अरपा नदी में खुला दोहन किया जा रहा, उस पर रोक लगाई जाए। पूरे क्षेत्र में सड़कों की हालत दयनीय है, जनहित में सड़कों का नवीनीकरण कराया जाए। ग्राम करगिकला में रीपा योजना से करोड़ों रुपये के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ऐसी ही विभिन्न प्रकार की मांगों को लेकर कोटा विधानसभा के छः मंडल के भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम सौंपा है।

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