‘मणिपुर से नहीं कर सकते छत्तीसगढ़ की तुलना’: CM भूपेश बोले- बीजेपी वालों को अनुसुईया उइके से सीखना चाहिए

छत्तीसगढ़

प्रमोद मिश्रा, 29 जुलाई 2023

मणिपुर मामले में संसद में छत्तीसगढ़ का नाम लिए जाने पर सीएम भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। सीएम ने हेलीपैड पर चर्चा में कहा कि छत्तीसगढ़ में जो घटनाएं घटी है, उसकी तुलना मणिपुर से नहीं की जा सकती। ये लोगों का ध्यान भटकाने का तरीका है। जानबूझकर जो इलेक्शन गोइंग स्टेट हैं, वहां उनका नाम लेना ही मकसद है ताकी एक तीर से दो निशाना साध सकें लेकिन वे अफसल हैं।

सीएम ने कहा कि दूसरी बात ये है कि ह्युमन राइट्स की टीम भी मणिपुर नहीं जा रही है। मणिपुर में और छत्तीसगढ़ में घूमने आ रहे हैं तो उनका स्वागत है, लेकिन मणिपुर भी जाना चाहिए हुमन राइट्स वालों को और दूसरी बात यह है कि केंद्र सरकार उन्हें ढूंढने में लगी है की वीडियो वायरल किसने वायरल किया। ये लोग गलत दिशा में प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा इंडिया इंडिया गठबंध की टीम के 20 सांसद आज मणिपुर रवाना हुए हैं और लोकसभा राज्यसभा अभी भी बाधित है और प्रधानमंत्री को हठधर्मिता नहीं करना चाहिए अपनी हठधर्मिता छोड़ें और दोनों सदनों में आकर बयान करना चाहिए।

 

 

 

केंद्र सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया
बीजेपी के नेताओं को मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से सीखना चाहिए। उन्होंने ये बयान ऑन रिकॉर्ड दिया है कि 50 हजार से ज्यादा लोग घर छोड़ चुके हैं। सैकड़ों घर जला दिए गए हैं, 100 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है, महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है और निर्वस्त्र करके घुमाया जा रहा है और उन्होंने यह भी कहा जिंदगी में कभी ऐसा दृश्य नहीं देखा था। केंद्र सरकार को उन्होंने अपनी रिपोर्ट भी सौंपी है। उसके बावजूद भी केंद्र सरकार के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया बल्कि वहां पर लगातार घटनाएं बढ़ रही है। इस वजह से लोग अब रात में घरों को छोड़कर सड़कों पर सो रहे हैं और वहां गोलीबारी हो रही है रात-रात भर जगकर परिवार की सुरक्षा कर रहे हैं। वहां हालाक बेहद तनावपूर्ण है और केन्द्र सरकार के नियंत्रण से बाहर है।

‘बीजेपी ने चुनाव को देखते हुए थोड़ा कद बढ़ाया है’
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की नई टीम के ऐलान पर कहा कि अभी तो कार्यकारिणी में कुछ दिन पहले धरमलाल कौशिक को भी लिए हैं। चुनाव को देखते हुए इन लोगों का कद थोड़ा बढ़ाया गया है। लता उसेंडी भी रमन सिंह के मंत्रिमंडल में रही हैं। सरोज पांडे की अपनी अलग पहचान है।

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‘पूर्व विधायकों की सुरक्षा की समीक्षा की जाती है’
सीएम ने बीजेपी के पूर्व विधायकों की सुरक्षा हटाए जाने के मामले में कहा कि सुरक्षा की समीक्षा की जाती है। उसमें किसी प्रकार की किसी के साथ भेदभाव नहीं की जाता, लेकिन अभी जो यूनिफाइड कमान की बैठक हुई थी। उसमें सारे पैरामिलिट्री फोर्स भारत सरकार की एजेंसी सभी को मैंने कहा कि अभी जितने भी राजनीतिक दल के लोग हैं उन्हें सुरक्षा दी जाए। उन्होंने बस्तर में बाढ़ की स्थिति को लेकर कहा कि अभी तक बारिश कम हुई थी। मानसून की एंट्री देरी से हुई थी। वहां के लोग बारिश का इंतजार कर रहे थे। बाढ़ की स्थिति के लिए एनडीआरएफ और डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम लगी हुई हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन भी इस पर नजर बनाए हुए है।

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