प्रमोद मिश्रा, 9 सितम्बर 2023
मोरक्को में भूकंप के चलते हुई तबाही पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुख जताते हुए हर संभव सहायता का भरोसा दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मोरक्को में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि से अत्यंत दुख हुआ. इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं.”
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे लिखा, “उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना करते हुए उन्होंने कहा, भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.”
6.8 तीव्रता का भूकंप
मोरक्को के मराकेश के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में शुक्रवार (8 सितंबर) की देर रात भूकंप के जोरदार झटकों से धरती हिल उठी. भूकंप की तीव्रता 6.8 रही, जिसके चलते भारी नुकसान हुआ है. समाचार एजेंसी एपी ने बताया है कि अब तक 296 लोगों की मौत हो चुकी है. मोरक्को के आंतरिक मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है.
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे बताया गया कि भूकंप के झटके रात के करीब 11:11 बजे महसूस किए गए. इस भूकंप का केंद्र मारकेश से 71 किलोमीटर दूर 18.5 किलोमीटर की गहराई पर था.
मलबे में तब्दील हुए मकान
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि मराकेश के पुराने शहर में कुछ घर ढह गए हैं और लोग हाथ से मलबा हटाने का काम कर रहे हैं. राहत बचाव के लिए भारी मशीनों के आने का इंतजार किया जा रहा है.
मराकेश के अस्पतालों में लोगों की भीड़ बढ़ रही है. भूकंप का असर तटीय शहरों रबात, कैसाब्लांका और एस्सौइरा में भी महसूस किया गया. भूकंप के बाद बिजली कटने के चलते मराकेश में इंटरनेट पर भी असर पड़ा है.
2004 में आया था बड़ा भूकंप
एपी की रिपोर्ट के अनुसार, 2004 में पूर्वोत्तर मोरक्को के अल होसेइमा में आए भूकंप में कम से कम 628 लोग मारे गए थे और 926 घायल हुए थे. इसके पहले 1980 में मोरक्को के पड़ोसी अल्जीरिया में 7.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था. इसमें 2500 लोग मारे गए थे और करीब 3 लाख लोग बेघर हो गए थे.