प्रमोद मिश्रा, 14 सितम्बर 2023
छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता बढ़ गई है। इससे राजधानी रायपुर समेत पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश हो रही है। आज गुरुवार को प्रदेश के कई इलाकों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है और वज्रपात की संभावना है। इसके लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। बीते दिनों बुधवार को राजधानी रायपुर समेत प्रदेश में तेज बारिश हुई है। इससे नदी-नाला उफान पर हैं। निचले स्तरों पर जलभराव हो गया है। सड़के नाली में तब्दील हो गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज छत्तीसगढ़ में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। इसके साथ गरज चमक के साथ वज्रपात की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में कुछ दिनों तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है। इसके बाद शनिवार से मौसम में बदल सकता है। अब प्रदेश में अच्छी बारिश के आसार है। आज गुरुवार को अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस गिरावट की संभावना है। इसके साथ ही आज उत्तर छत्तीसगढ़ और दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिलों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।
सड़क के पानी में झूमते दिखें बच्चे
राजधानी रायपुर में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। रायपुर में बीते दिनों बुधवार को भारी से अति भारी बारिश हुई। यहां लगातार 3 घंटों से झमाझम बारिश हो हुई। इससे निचले स्तरों में जल भराव हो गया है। सकड़ें जलमग्न हो गई है। रायपुर के कई गली मुहल्ले मुख्य मार्गों जैसे तेलीबांधा मैरिन ड्राइव,कमल विहार क्षेत्र, जलविहार कालोनी, पचपड़ी नाका, प्रोफेसर कालोनी आदि क्षेत्र के सड़कों में जलभराव हुआ। वहीं मैरिन ड्राइव सड़क में जोरदार पानी भर गया। इस सड़क के पानी से कुछ बच्चे खेलते हुए नजर आए। बुधवार को देर शाम से शुरू हुई बारिश रुक-रुक देर रात तक हुई। बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया है।
भारी बारिश की चेतावनी
आज प्रदेश के गरियाबंद, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा और सुकमा जिले में एक दो स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश के साथ वज्रपात की संभावना है। बलरामपुर, रायगढ़, रायपुर, धमतरी, महासमुंद, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, राजनांदगांव, कांकेर, नारायणपुर और बीजापुर में हल्की मध्यम बारिश हो सकती है। इसके साथ एक दो जगहों पर भारी बारिश के साथ वज्रपात के आसार हैं। इसके लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश अलर्ट जारी किया है।
जानें अगले 24 घंटे में मौसम का हाल
निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-बंगाल खाड़ी के ऊपर स्थित है। इसके साथ ही ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवती परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है। अगले 24 घंटे में इसके और अधिक प्रबल होकर ओड़ीसा और छत्तीसगढ़ के और आगे तीन दिनों में पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से प्रदेश के कई इलाकों में गलत चमक के साथ भारी से अति भारी बारिश और की संभावना है।