प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 02अक्टूबर 2023
राज्य के वन मंडल कटघोरा के अंतर्गत वन परिक्षेत्र एटमानगर के बुका पर्यटन केन्द्र से हाथी मानवद्वंद जागरूकता कार्यक्रम के तहत ‘गज यात्रा’ रथ को हरी झण्डी दिखाकर सांसद ज्योत्सना चरण दास महंत द्वारा रवाना किया गया और वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि विधायक मोहित राम केरकेट्टा, विधायक पाली तानाखार हरिश परसाई, सदस्य खाद्य आयोग असरफ मेमन और मनोज चौहान, उषा तिवारी, सरपंच एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ लोक कलाकारों की प्रस्तुति के साथ बड़े ही मनमोहक ढंग से किया गया।
गौरतबल है कि वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा मानव-हाथी द्वंद पर नियंत्रण के लिए जनजागरूकता अभियान लगातार चलाया जा रहा है। इस तारतम्य में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव के मार्गदर्शन में वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के अवसर पर कटघोरा वन मंडल अंतर्गत उक्त कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सांसद महंत ने आस-पास से बड़ी संख्या में आये ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हाथी प्रभावित गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलों को दूर करने हर परिस्थिति में छत्तीसगढ़ शासन उनके साथ है। कार्यक्रम को विधायक तथा सदस्य खाद्य आयोग ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में बताया गया कि प्रकृति में हर जीव-जन्तु का साहचर्य जरूरी है। अतएव इनका संरक्षण एवं संवर्धन में हम सबकी सहभागिता हो। इस अवसर पर वन मंडलाधिकारी कटघोरा श्री कुमार निशांत द्वारा गज यात्रा रथ एवं वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि गज यात्रा रथ पूरे कटघोरा वन मंडल के हाथी प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण कर ग्रामीणों को चलचित्र, लोक गीत एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से हाथियों से बचाव हेतु जागरूक करने का कार्य करेगा। इसमें मुख्य रूप से हाट बाजार तथा स्कूलों में जाकर प्रचार-प्रसार किया जाएगा, ताकि मानव-हाथी द्वंद में कमी लाई जा सके।
हाथी यात्रा रथ के माध्यम से हाथी प्रभावित सभी ग्रामों में जागरूकता लाने वन विभाग द्वारा चलाए जा रहे अभियान की ग्रामीणों ने सराहना की। कार्यक्रम में उप वन मंडलाधिकारी चन्द्रकांत टिकरिया, परिक्षेत्र अधिकारी एटमानगर दशहंस प्रसाद सूर्यवंशी सहित ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।