प्रमोद मिश्रा
गोवा, 21 नवंबर 2023|रचनात्मकता, सिनेमाई प्रतिभा और मोशन पिक्चर के माध्यम से कहानी कहने की कला की भव्यता से ओत-प्रोत, एशिया के सबसे प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में से एक, 54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) की गोवा के सुंदर तट में एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ आधिकारिक तौर पर अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली सिनेमाई यात्रा शुरू हो गई है। विविधता और रचनात्मकता को अपनाते हुए, महोत्सव का यह आयोजन दुनिया भर की संस्कृतियों, दृष्टिकोणों और कहानियों की समृद्धि को प्रदर्शित करने वाली फिल्मों की एक शानदार और गहन श्रृंखला प्रस्तुत करता है। नौ दिनों तक चलने वाले फिल्म महोत्सव की शुरुआत पुरस्कार विजेता ब्रिटिश फिल्म निर्माता स्टुअर्ट गैट की फिल्म कैचिंग डस्ट के अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर के साथ हुई।
उद्घाटन समारोह के दौरान केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर के साथ-साथ सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन और गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत ने प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को एक शानदार ट्रिब्यूट देते हुए, ‘भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए विशेष सम्मान’ पुरस्कार से सम्मानित किया।
तस्वीर में: बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को ‘भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए विशेष सम्मान’ से सम्मानित किया गया
सरकार भारत को फिल्म शूटिंग के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य-स्थल बनाने के लिए प्रतिबद्ध, आईएफएफआई वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा में अंतर्निहित है: श्री अनुराग ठाकुर
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में कहा कि सिनेमा की शक्ति अद्भुत है और अपने पूरे इतिहास में, सिनेमा ने विचारों, कल्पना और नवीनता के भाव को इस तरह से अपनाया है और तराशा है कि यह तेज विघटन से परेशान दुनिया में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रेरक शक्ति बन गया है।
देश में मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई कई महत्वपूर्ण पहलों पर प्रकाश डालते हुए, श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री हमारे युवाओं और बच्चों की प्रतिभा तथा हमारे उद्योग जगत के दिग्गजों के नवाचार के बल पर भारत को फिल्म-शूटिंग और पोस्ट-प्रोडक्शन के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य-स्थल बनाना चाहते हैं। श्री ठाकुर ने कहा कि सिनेमैटोग्राफ (संशोधन) विधेयक, 2023 को लोकसभा और राज्यसभा दोनों से मंजूरी मिल गई। उन्होंने कहा, “यह कानून न केवल वैधानिक संरचना को व्यापक बनाता है, कॉपीराइट सुरक्षा को शामिल करते हुए सेंसरशिप पर भी अपना ध्यान केंद्रित करता है, बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि फिल्म निर्माताओं की कड़ी मेहनत और समर्पण बर्बाद न हो, एंटी-पाइरेसी उपायों पर ध्यान देने के साथ पाइरेसी के खिलाफ कठोर उपाय भी पेश करता है।”
केंद्रीय मंत्री ने हाल ही में संपन्न जी-20 शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया ने विकास, विविधता और लोकतंत्र पर आधारित भारत के बहुमुखी और बहुस्तरीय विकास मॉडल को देखा। उन्होंने यह भी कहा कि जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत के दृष्टिकोण के समान, 54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की मुख्य अवधारणा और विषय “वसुधैव कुटुम्बकम्” में अंतर्निहित है, जो शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सार का प्रतीक है जहां दुनिया एक परिवार है।
विदेशी फिल्म निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि की घोषणा
एक बड़ी घोषणा करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने भारत में विदेशी फिल्म निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि को खर्च के 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने की घोषणा की, जिसकी सीमा 2.5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 30 करोड़ रुपये, 3.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक कर दी गई और महत्वपूर्ण भारतीय कॉन्टेंट (एसआईसी) के लिए अतिरिक्त 5 प्रतिशत बोनस का भी प्रावधान किया गया। उन्होंने कहा कि भारत के आकार और विशाल क्षमता को देखते हुए मध्यम व बड़े बजट की अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं को आकर्षित करने के लिए अधिक प्रोत्साहन राशि की आवश्यकता थी। श्री ठाकुर ने यह भी कहा, “फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने में यह आदर्श बदलाव भारत की प्रतिबद्धता और कलात्मक समर्थन का एक प्रमाण है। अभिव्यक्ति और सिनेमाई प्रयासों के लिए पसंदीदा गंतव्य-स्थल के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करती है।”
75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो
केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि, पहली बार, 75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो कार्यक्रम के तहत एक भर्ती अभियान आयोजित किया जाएगा, जो उनकी उभरती प्रतिभा और करियर के उत्थान के लिए असीमित अवसरों के द्वार खोलेगा। 2021 में शुरुआत के बाद, अब इसके तीसरे आयोजन में, 10 श्रेणियों में लगभग 600 प्रविष्टियों में से बिष्णुपुर, जगतसिंहपुर और सदरपुर जैसे दूरदराज के क्षेत्रों सहित 19 राज्यों से 75 युवा फिल्मकारों का चयन किया गया है।
सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) श्रेणी में नया पुरस्कार शुरू किया गया
महोत्सव के 54वें आयोजन में कई ‘फर्स्ट्स’ की घोषणा करते हुए, श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पहली बार और यहां से, आईएफएफआई “सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) पुरस्कार” नामक एक पुरस्कार प्रदान करेगा जो रोजगार और नवाचार में भारत में ओरिजनल कॉन्टेंट निर्माताओं के योगदान का उत्सव मनाने वाले परिवर्तनकारी भूमिका को स्वीकार और सम्मानित करेगा। सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) पुरस्कार के लिए 15 ओटीटी प्लेटफार्मों से 10 भाषाओं में कुल 32 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं।
फिल्म बाजार और वीएफएक्स एवं टेक पवेलियन
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने घोषणा की कि पहली बार, आईएफएफआई ने सिनेमा जगत के नवीनतम नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक अच्छी तरह से क्यूरेटेड “वीएफएक्स और टेक पवेलियन” की शुरुआत करके फिल्म बाजार के दायरे को बढ़ाया है, और गैर-काल्पनिक कहानी कहने का समर्थन करने के लिए इसके सह-उत्पादन बाजार में एक वृत्तचित्र खंड बनाया है।
सिने-मेला
इस वर्ष, पहली बार, सिने-मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें क्षेत्रीय फिल्मों, भोजन, संगीत, संस्कृति और बहुत कुछ के माध्यम से भारत की समृद्ध विविधता का एक असाधारण उत्सव प्रदर्शित किया जाएगा।
रिस्टोर क्लासिक्स खंड
भारतीय क्लासिक्स की क्षतिग्रस्त सेल्युलाइड रीलों से राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन (एनएफएचएम) के तहत एनएफडीसी/एनएफएआई द्वारा सावधानीपूर्वक संरक्षित की गई उत्कृष्ट कृतियों के 7 विश्व प्रीमियर की विशेषता वाला एक रिस्टोर क्लासिक्स खंड भी पेश किया गया है।
सभी के लिए समावेशिता एवं मनोरंजन
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि समावेशिता 54वें आईएफएफआई के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत बना हुआ है, क्योंकि इस वर्ष के उत्सव के सभी स्थल विशेष रूप से दिव्यांगजनों के लिए सुविधाओं से सुसज्जित होंगे। हमारे दिव्यांगजन प्रतिनिधियों के लिए एम्बेडेड ऑडियो विवरण और सांकेतिक भाषा प्रावधानों के साथ चार विशेष स्क्रीनिंग, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन ‘सबका साथ, सबका विकास’ में ‘सबका मनोरंजन’ यानी ‘सभी के लिए मनोरंजन’ एक और आयाम जोड़ते हैं।
श्री अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा, “54वें आईएफएफआई में 40 उल्लेखनीय महिला फिल्म निर्माताओं की फिल्में शामिल हैं। उनकी प्रतिभा, रचनात्मकता और अद्वितीय दृष्टिकोण इस ‘विचारों के मिश्रण’ को विविध आवाज़ों और आख्यानों का उत्सव बनाने का वादा करते हैं।”
श्री ठाकुर ने प्रतिष्ठित सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार 2023 के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के हॉलीवुड अभिनेता-निर्माता माइकल डगलस के नाम की भी घोषणा की। समापन समारोह के दौरान उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। फिल्म और टेलीविजन उद्योग में 50 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, माइकल डगलस को 2 ऑस्कर, 5 गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एक प्राइमटाइम एमी पुरस्कार और कई अन्य सम्मान प्राप्त हुए हैं।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री श्री एल. मुरुगन और केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग, पर्यटन राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक भी उपस्थित थे।