ब्यूरो चीफ
देहरादून, 7 फ़रवरी 2024|उत्तराखंड कांग्रेस के नेता हरक सिंह रावत के देहरादून से लेकर दिल्ली-एनसीआर तक एक दर्जन ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा है। बताया जा रहा है कि ईडी ने ये कार्रवाई कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बड़ी संख्या में हुए पेड़ों के अवैध कटान और अवैध निर्माण मामले को लेकर की है। हरक सिंह रावत के अलावा कुछ अन्य लोगों के यहां भी छापा मारा गया है। पिछले साल अगस्त में विजिलेंस विभाग ने भी रावत के खिलाफ कार्रवाई की थी।
लोकसभा चुनाव से पहले बुधवार को ईडी की छापेमारी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरत सिंह रावत की मुश्किलें बढ़ा दी है। इस प्रकरण में पिछले साल विजिलेंस ने इस मामले में एक डीएफओ को जेल भी भेजा गया था। तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह रावत और इस प्रकरण में संलिप्त कुछ फॉरेस्ट अधिकारियों के आवासों पर भी ईडी सर्च ऑपरेशन चला रही है। पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के दिल्ली में डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास, कॉलेज और अन्य संस्थाओं पर ईडी ने सुबह से ही डेरा जमाया हुआ है।
2022 चुनाव से बीजेपी ने निष्कासित किया था
आपको बता दें कि हरक सिंह रावत कांग्रेस से पहले बीजेपी में थे। 2022 में पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से उनको बीजेपी से निकाल दिया गया था। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इससे पहले उन्होंने 2016 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत के खिलाफ बगावत करते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया था।
1991 में सबसे कम उम्र के मंत्री बने थे
2022 विधानसभा चुनाव से पहले हरक सिंह रावत के साथ उनकी बहू अनुकृति गोसाईं भी कांग्रेस में शामिल हुई थी। उन्होंने कांग्रेस के लिए चुनावों में स्टार प्रचारक के रूप में काम किया। वर्ष 1991 में हरक सिंह रावत सबसे कम उम्र के मंत्री बने। उन्होंने पौडी से विधानसभा चुनाव जीता था। उन्होंने रुद्रप्रयाग, लैंसडाउन और कोटद्वार से विधायक के रूप में भी जीत हासिल की है।