मुख्यमंत्री ने आईएमए के प्रतिनिधिमंडल को दिया आश्वासन : ट्रस्ट मोड में ही होगा आयुष्मान भारत का इलाज

छत्तीसगढ़

प्रमोद मिश्रा

रायपुर, 22 मार्च 2024| इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने कल सीएम हाउस में मुख्यमंत्री विष्णुदेवसाय से मुलाक़ात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान उन्हें बताया गया कि आयुष्मान भारत से इलाज के लिए वर्तमान में चल रहे ट्रस्ट माडल वास्तव में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार का ही आइडिया था, लेकिन उस दौरान सरकार बदल गयी और तत्कालीन सरकार ने उसे लागू कर दिया। इसलिए इस मोड को बदला नहीं जाना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया।

आईएमए के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पहले भी दो बार अलग-अलग इनश्योरेंस कम्पनी को काम दिया जा चुका है और दोनो बार यह मोड़ फेल साबित हुआ है।
प्रदेश के सभी ग़रीबों का इलाज करना, ये प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का सपना है, लेकिन इनश्योरेंस कम्पनी को इससे कोई मतलब नहीं रहता। बस ज़्यादा से ज़्यादा पैसे कैसे बचा सकते हैं इसकी फ़िराक़ में रहती है ।
इसके अलावा पैसा बचाने के चक्कर में वे वास्तविक मरीज़ों के केस का भी अप्रूवल देने से आनाकानी करती है। जिससे मरीज़ों का इलाज बीच में बंद करना पड़ता है। कुल मिलाकर जिस उद्देश्य को लेकर प्रधानमंत्री ने यह योजना लायी है वह धराशायी हो जाता है।
वैसे भी जो मोड़ पहले ही दो-दो बार फेल हो गया हो। उसे कैसे लागू किया जा सकता है।सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ के अस्पताल इसी ट्रस्ट मोड पर कार्य करने पर सहमत है।


*आयुष्मान भारत का पेंडिंग पेमेंट तत्काल जारी करने के सीएम ने निर्देश दिए*

प्रदेश आईएमए के प्रतिनिधिमंडल ने आयुष्मान भारत के पेंडिंग राशि के भुगतान नहीं होने से होने वाले संकट पर भी मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित कराया। प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि आयुष्मान भारत की राशि का भुगतान नहीं होने से कई अस्पताल बंद होने के कगार पर पहुँच गए हैं । बैंकों के क़र्ज़े बढ़ते जा रहे हैं । ऐसे में यह योजना छत्तीसगढ़ में दम तोड़ देगी।

इस पर मुख्यमंत्री ने संवेदना दिखाते हुए तत्काल स्वास्थ्यमंत्री श्री श्यामबिहारी जायसवाल और वित्त मंत्री ओपी चौधरी से पेंडिंग राशि तुरंत जारी करने के निर्देश दिए।उन्होंने यह भी कहा कि जल्द से जल्द पेंडिंग ख़त्म कर अस्पतालों का नियमित भुगतान किया जाना सुनिश्चित करें। यह योजना प्रधानमंत्री का फ़्लैग्शिप योजना है. इस योजना पर किसी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए। प्रतिनिधिमंडल में डॉक्टर विमल चोपड़ा,डॉक्टर सुरेंद्र शुक्ला,डॉक्टर अशोक त्रिपाठी,डॉक्टर शैलेश खंडेलवाल,डॉक्टर अखिलेश दुबे,डॉक्टर केतन शाह एवं दानसिंह देवांगन उपस्थित थे ।

 

 

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