ब्यूरो रिपोर्ट
नई दिल्ली, 30 मार्च 24|राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार को दो पूर्व प्रधानमंत्रियों (मरणोपरांत) और अनुभवी भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत पांच प्रतिष्ठित हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया. भारत रत्न से सम्मानित होने वाली पांच हस्तियों में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण को छोड़कर बाकी सभी – पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह तथा पी.वी. नरसिम्हा राव, प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर – को मरणोपरांत सम्मानित किया गया.
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया था : यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव गारू को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में नरसिम्हा राव गारू ने विभिन्न क्षमताओं में बड़े पैमाने पर भारत की सेवा की.’
इन लोगों ने लिया भारत रत्न
पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव का भारत रत्न अवार्ड उनके बेटे – पी वी प्रभाकर राव ने रिसिव किया. इसी तरह से एम एस स्वामीनाथन का भारत रत्न अवार्ड उनकी बेटी डा. नित्या राव ने लिया है. कर्पूरी ठाकुर का भारत रत्न अवार्ड उनके बेटे रामनाथ ठाकुर ने रिसीव किया है. जबकि चौधरी चरण सिंह का भारत रत्न अवार्ड उनके ग्रैंड सन जयंत चौधरी के हाथों में दिया गया है.
केंद्र ने इस साल 5 हस्तियों को भारत रत्न सम्मान देने का ऐलान किया है. 2014 में सत्ता संभालने के बाद से मोदी के कार्यकाल में मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को यह सम्मान मिल चुका है. 2024 के 5 हस्तियों को मिलाकर इस सम्मान को अब तक हासिल करने वालों की संख्या 53 हो जाएगी.
इन वजहों से खास रहे हैं राष्ट्रपति पुरस्कार पाने वाले शख़्सियत
बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मू ने 23 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती से एक दिन पहले उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की थी. कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री और एक बार डिप्टी CM रहे थे. वे पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते हैं.
इसी तरह पीएम मोदी ने 9 फरवरी को डॉ एमएस स्वामीनाथन, पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न (मरणोपरांत) देने का ऐलान किया था. स्वामीनाथन एक कृषि वैज्ञानिक थे। उन्हें भारत में ‘हरित क्रांति’ का जनक कहा जाता है.
नरसिम्हा राव देश के 9वें प्रधानमंत्री थे. चरण सिंह भारत के पांचवें प्रधानमंत्री थे. वे उत्तर प्रदेश के 5वें मुख्यमंत्री भी रहे थे. उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था.