ब्यूरो रिपोर्ट
उत्तराखंड, 18 मई 2024
चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ नियंत्रित करने को उत्तराखंड सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों को रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही चारधाम यात्रा की अनुमति देने के निर्देश दिए। इस क्रम में बिना पंजीकरण यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और ऐसा कराने वाले टूर ऑपरेटरों के खिलाफ सख्ती की गई है।
विदित हो कि 10 मई से शुरू चारधाम यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। देश के कई राज्यों एमपी, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से श्रद्धालु दर्शन करने को उत्तराखंड पहुंच रहे रहे हैं। बदरीनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री समेत चारों धामों में सबसे ज्यादा क्रेज केदारनाथ धाम का है।
इन दिनों केदारनाथ में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। यात्रा के शुरुआती हफ्ते में ही करीब पौने दो लाख तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। यात्रियों की भीड़ को व्यवस्थित करने और सुरक्षित यात्रा के लिए सरकार ने रजिस्ट्रेशन सिस्टम का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
इस पर शुक्रवार को रुद्रप्रयाग में पुलिस ने बैरियरों पर यात्री पंजीकरण की जांच की। यहां की एसपी विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि जवाड़ी बाईपास पर बिना पंजीकरण वाले कुछ यात्रियों को लौटा दिया गया जबकि कुछ को बदरीनाथ की तरफ भेजा गया। उन्होंने बताया कि इन दिनों अन्य धामों की अपेक्षा बदरीनाथ में कम भीड़ है।
इस बीच, फर्जी पंजीकरण से दर्शन के लिए पहुंचने के भी कई मामले सामने आए हैं। शुक्रवार को गंगोत्री जा रही दो बसों में बैठे 88 यात्रियों की पंजीकरण तिथि गलत पाई गई। पंजीकरण सेंटर हीना में चेकिंग के दौरान इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
यात्रियों की तहरीर पर थाना मनेरी में पुलिस ने हरिद्वार के दो टूर ऑपरेटरों पर मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि मानवीय आधार पर यात्रियों को यात्रा पर जाने दिया गया। उत्तरकाशी की एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि यात्री पंजीकरण कराकर तय तिथि पर ही आएं। पंजीकरण में फर्जीवाड़ा मिला तो संबंधित व्यक्ति को यात्रा नहीं करने दी जाएगी।
सरकार सुरक्षित-सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि व्यवस्था के लिहाज से यात्रा का शुरुआती समय हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है, फिर भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोपरि रखकर प्रबंध किए गए हैं। इसी क्रम में रजिस्ट्रेशन के अनुसार यात्रा की अनुमति देने के निर्देश दिए गए हैं।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
260 यात्री लौटाए
चारधाम यात्रा पर रजिस्ट्रेशन के बिना जा रहे तीर्थ यात्रियों पर सरकार का ऐक्शन हुआ है। शुक्रवार को बिना पंजीकरण केदारनाथ जा रहे 260 यात्री वाहनों को रुद्रप्रयाग में रोका गया। वहीं फर्जी पंजीकरण मामले में हरिद्वार के दो टूर ऑपरेटरों के खिलाफ उत्तरकाशी में केस दर्ज किया गया।
फर्जी रजिस्ट्रेशन पर कार्रवाई
जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि गंगोत्री और यमुनोत्री मार्ग पर जिन स्थानों पर ठहराव की व्यवस्था की गई है वहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। एसपी उत्तरकाशी ने कहा कि कुछ लोग फर्जी रजिस्ट्रेशन वाले पाए गए हैं, जिन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने कहा कि श्री बद्रीनाथ में यात्रा सुचारु रूप से चल रही है।