पैर धोकर कराई सनातन धर्म में वापसी : प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने पांव पखारकर 50 परिवारों के 120 लोगों की कराई घर वापसी, सनातन धर्म के वापस आकर लोग बोले : “सनातन धर्म जैसा कोई धर्म नहीं”

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प्रमोद मिश्रा

सरगुजा/रायपुर, 19 मई 2024

19 मई को घरवापसी कार्यक्रम में पहुंचे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने लोगों का भव्य स्वागत किया । कार्यक्रम में 50 परिवारों के 120 लोगो की घर वापसी कराई गई । ज्ञात हो कि नौ कुंडीय महायज्ञ एवं श्री वनवासी राम कथा का आयोजन श्री राम मंदिर समिति कंदरी में आचार्य श्री सतानंद महाराज जी के सानिध्य में सम्पन्न हुआ। जिससे प्रभावित होकर लोग लगातार घर वापसी कर रहे हैं ।

 

 

घर वापसी का कार्यक्रम बलरामपुर जिले से महज 35 किलोमीटर दूरी पर स्थित प्राचीन श्री राम मंदिर कंदरी में 10 मई को भव्य कलश यात्रा के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । करीब 5 हजार महिलाएं इस कलश यात्रा में शामिल हुई । यात्रा करीब 3 किलोमीटर तक रिगड़ नदी जनकपुर से जल लेकर मंदिर प्रांगण पहुंची जहां काशी एवं प्रयागराज से आए ब्राम्हणों ने करीब डेढ़ लाख आहुति एवं करीब 50 लाख राम नाम का जप कर भक्तों के साथ मंदिर प्रांगण में प्रवेश किया ।

10 मई से प्रतिदिन प्रांगण में श्री वनवासी राम कथा का आयोजन किया गया

आचार्य श्री सतानंद जी महाराज जी के सानिध्य में कार्यक्रम संपन्न हुआ । राम कथा सुनने के लिए प्रतिदिन निरंतर भीड़ देखने को भी मिला। मंदिर समिति के द्वारा प्रतिदिन सुबह और शाम भंडारा का भी व्यवस्था किया गया था। लगातार कथा के मंच से जो लोग सनातन धर्म छोड़कर दूसरे धर्म में चले गए थे वैसे करीब 150 महिला – पुरुष सहित लोगों ने अपना घर वापसी किया । कार्यक्रम के अंतिम दिन स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव जी के सुपुत्र प्रबल प्रताप सिंह देव के मुख्य अतिथि में उनके द्वारा घर वापसी का कार्यक्रम कराया गया । प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के द्वारा घर वापसी कर रहे परिवारों का पैर धोकर घर वापसी करवाई गई। कार्यक्रम के आयोजक हनुमान जी महाराज रहे।

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कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य श्री सतानंद जी महाराज जी का सहयोग रहा और उन्हीं के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।

 

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