ब्यूरो रिपोर्ट
नई दिल्ली, 27 मई 2024
विवेक विहार सी ब्लॉक के जिस बेबी केयर अस्पताल में आग लगने से सात नवजात शिशुओं की जान गई, वहां ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सिजन सिलिंडर का रीफिलिंग सेंटर अवैध रूप से चलाया जा रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अस्पताल प्रशासन ने इसके लिए कोई परमिशन नहीं ली थी। स्थानीय लोग लगातार पुलिस और एमसीडी प्रशासन से इसकी शिकायत करते रहे। लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया।
काश समय रहते ले लेते ऐक्शन…
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते शिकायतों पर एक्शन लिया जाता तो शायद इन सात नवजातों की जान नहीं जाती। अस्पताल के पास रहने वाले बृजेश कुमार ने बताया कि सी-54 में चल रहा यह अस्पताल अतिक्रमण करके बनाया गया था, जिसकी शिकायत सी-55 में रहने वाले एसएस गुप्ता ने सात से आठ बार की थी। बृजेश के अनुसार, दिल्ली नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और इससे संबंधित बाकी विभागों को अस्पताल के अतिक्रमण और अवैध रूप से चलाए जा रहे रीफिलिंग की शिकायत उन्होंने की है। लेकिन प्रशासन ने कोई एक्शन नहीं लिया और न ही एक बार आकर यहां देखा। उन्होंने बताया कि कई बार वह दिल्ली पुलिस के बीट अधिकारी को भी अवैध रूप से चल रहे रीफिलिंग सेंटर की जानकारी दे चुके हैं। हादसे में बच्चों को बचाने के दौरान उनके हाथ में भी चोट आई है।
निकलने के लिए नहीं था कोई रास्ता
बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर से नीचे आने और ऊपर जाने का एक ही रास्ता बना हुआ था। वह रास्ता भी बिल्डिंग के अंदर से बना था। ऐसे में जब आग लगी तो बच्चों को बचाने के लिए जाने वाले लोग सीढ़ियों तक पहुंच ही नहीं पाए। वहीं बिल्डिंग के बीच अतिक्रमण कर एक लोहे की सीढ़ी बनाई हुई है। इन सीढ़ियों का इस्तेमाल भी ग्राउंड फ्लोर पर जाने के लिए किया जाता था। लेकिन आग लगने की घटना के दौरान आग की लपटें ऊपर की ओर जाने लगीं, जिससे यह रास्ता भी बंद हो गया था। इस बीच दमकल विभाग, स्थानीय लोग और जितेन्द्र सिंह शंटी बिल्डिंग के पीछे बनी खिड़की को तोड़ कर अंदर घुसे। स्थानीय निवासी मनाली गुप्ता ने बताया कि सिलिंडर ब्लास्ट के बाद यहां भगदड़ मच गई।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि करीब 11.30 बजे ब्लास्ट होने की आवाज आने लगी। पहली आवाज सुनकर लगा कि चुनाव खत्म हुए हैं, तो किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता पटाखे जला रहे हैं। लेकिन एक के बाद एक लगातार ब्लास्ट होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर आ गए। लोगों ने अस्पताल में लगी आग को देखकर मामले की सूचना पुलिस और दमकल को दी। मौके पर मौजूद विनय नारंग ने बताया कि ऑक्सिजन सिलिंडर में ब्लास्ट के दौरान खिड़कियों के शीशे टूट-टूटकर नीचे गिरने लगे। जिससे खुद विनय सहित चार लोग घायल भी हो गए।