प्रमोद मिश्रा
अंबिकापुर, 22 जून 2024
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में रिश्वत लेने वाले SDM को कलेक्टर ने हटा दिया है। शुक्रवार को उदयपुर SDM बीआर खांडे और उनके तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था। शनिवार को कोर्ट में पेशी के बाद चारों आरोपियों को जेल भी भेज दिया गया है।
शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद ACB की टीम SDM को साथ लेकर उनके गांधी चौक स्थित निवास पहुंची और दो बंडल दस्तावेज जब्त किए। दरअसल, आरोपियों ने जमीन विवाद से जुड़े मामले में फैसला सुनाने के लिए प्रार्थी से 50 हजार रुपए मांगे थे।
पद से हटाया गया, जेल भी गए एसडीएम बीआर खांडे को कलेक्टर सरगुजा ने हटाते हुए जिला कार्यालय अंबिकापुर में अटैच कर दिया है। वहीं अंबिकापुर कलेक्टोरेट में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर बनसिंह नेताम को उदयपुर का नया एसडीएम बनाया गया है। बनसिंह नेताम ने शनिवार को पदभार संभाल भी लिया है। वहीं चारों को ACB ने शनिवार शाम न्यायालय में पेश किया। चारों को जेल भेज दिया गया है।
शिक्षक को बनाया था रीडर
एसडीएम बीआर खांडे पूर्व सैनिक कोटे से राज्य प्रशासनिक सेवा में आए हैं। वहीं एक आरोपी रीडर धरमपाल शिक्षक है। उसे एसडीएम न्यायालय में अटैच किया गया था। एसडीएम ने ही धरमपाल का अटैचमेंट अपने कार्यालय में करा रखा था। वहीं एसडीएम न्यायालय में पदस्थ भृत्य भी आदिम जाति कल्याण विभाग का कर्मी है।
पक्ष में फैसला सुनाने के लिए मांगी रिश्वत
जानकारी के मुताबिक, SDM कोर्ट में ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा का जमीन विवाद से जुड़ा मामला विचाराधीन है। कन्हाई राम की जजगा स्थित तीन भूमि उसके और परिवार के सदस्यों के नाम पर दर्ज है। उसके बड़े पिता (ताऊ) ने जमीन केवल अपने नाम दर्ज कराने के लिए तहसील में आवेदन दिया था।
तत्कालीन तहसीलदार उदयपुर ने केस में कन्हाई राम के बड़े पिता सहित अन्य के नाम पर राजस्व रिकॉर्ड दुरुस्त करने का आदेश 21 सितंबर 2022 को दिया था। इस पर कन्हाई राम के बड़े पिता ने SDM कोर्ट में अपील कर दी।
आरोप है कि मामले में SDM बीआर खांडे ने कन्हाई राम से उसके पक्ष में फैसला देने के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत मांगी। इस पर कन्हाई राम ने इसकी शिकायत ACB से कर दी। ACB ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की और पुष्टि होने के बाद शुक्रवार को ट्रैप का प्लान किया। अंबिकापुर ACB के DSP प्रमोद कुमार खेस के नेतृत्व में टीम उदयपुर भेजी गई।