प्रमोद मिश्रा, मीडिया24 न्यूज़, रायपुर
दिनांक 17.07.2024 को थाना आमानाका पुलिस की टीम को सूचना प्राप्त हुई की थाना आमानाका क्षेत्र अंतर्गत एम.बी.पी.एल ग्राउण्ड के पीछे खाली प्लॉट डुमरतालाब के पास एक अज्ञात पुरूष का शव पड़ा है, जिस पर पुलिस की टीम द्वारा घटना स्थल पर जाकर मृतक की शिनाख्तगी हेतु आसपास के लोगों से पूछताछ किया गया।
पुलिस टीम के सदस्यों द्वारा मृतक के संबंध में पतासाजी करते हुए मृतक की पहचान नरेश चन्द्राकर पिता स्व रमेश चन्द्राकर उम्र 20 साल निवासी शिवाजी चौक संतोषी नगर टिकरापारा रायपुर के रूप में की गई। पुलिस टीम के सदस्यों द्वारा शव का परीक्षण करने पर देखने पर पाया गया कि मृतक के शरीर के विभिन्न भागों में चोट के निशान होने के साथ ही उसके बाये हाथ कोहनी के पास से कटा हुआ था, गला एवं सिर में चोट लगा हुआ था।
जानकारी के अनुसार प्रथम दृष्टया किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मृतक के साथ मारपीट कर उसकी हत्या कर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को डुमरतालाब पास एम.बी.पी.एल ग्राउण्ड के पीछे खाली प्लॉट सुनसान जगह में फेंककर फरार हो गया है। जिस पर अज्ञात अरोपी के विरूद्ध थाना आमानाका में अपराध क्रमांक 286/24 धारा 103(1), 238 बी.एन.एस का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
उक्त अंधेकत्ल की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय संतोष कुमार सिंह द्वारा गंभीरता पूर्वक लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम दौलत राम पोर्ते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक आजाद चौक अमन झा(भा.पु.से), उप पुलिस अधीक्षक क्राईम संजय सिंह, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी आमानाका सुनील दास को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया।
जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना आमानाका पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में मृतक के परिवारजनों सहित आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुये अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल तथा उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ ही प्रकरण में अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु मुखबीर भी लगाये गये।
सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेज का अवलोकन करने पर टीम के सदस्यों को यह ज्ञात हुआ कि दिनांक 15-16.07.2024 की दरम्यानी रात्रि 12.00 बजे मृतक नरेश चन्द्राकर अपने घर से स्वयं के ई-रिक्शा को चलाकर भाठागांव बस स्टैण्ड पहुंचता है। वहां से अपने साथी को ई-रिक्शा में बैठाकर ले जाता है। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा मृतक के साथी की पतासाजी कर चिन्हांकित कर जिला- दुर्ग से पकड़ा गया।
ऐसे हुआ ख़ुलासा
घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि वह एवं मृतक दिनांक घटना को देवारडेरा, कुकुरबेड़ा में, उनका कुछ लड़को से विवाद हो गया था। जिसके बाद दोनो कुकुरबेड़ा में एक स्थान में बैठे हुए थे । इसी दौरान तीन युवक चाकू एवं डण्डा से लैस होकर उन दोनो पर अचानक हमला कर मारपीट करते हुए उसे एवं मृतक नरेश चंद्राकर को चाकू का डर दिखाकर उन्हें मृतक के ई-रिक्शा में बैठाकर ले जा रहे थे, इस दौरान वह चलते ई-रिक्शा से कूद कर भाग गया एवं बस से दुर्ग चला गया था। साथ ही उसके द्वारा यह भी बताया गया कि मृतक की हत्या करने वाले सभी युवकों का नाम नही जानता है, किन्तु सभी ज्यादा उम्र के नहीं हैं एवं देवारडेरा कुकुरबेड़ा या आस पास क्षेत्र के संभवतः निवासी होंगे। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेज में दिख रहे युवको की पहचान फ़ुटेज में दिख रहे उनके पहनावा एवं मुखबीर से सम्पर्क कर किया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा तीनों युवकों की पजासाजी कर पकड़ा गया, जो सभी विधि के साथ संघर्षरत बालक है।
सभी को पकड़कर पृथक-पृथक पूछताछ करने पर उनके द्वारा दिनांक घटना को मृतक द्वारा उनसे विवाद किया गया था जिसके कारण तीनों आवेश में आकर मृतक को जबरदस्ती उसके ई-रिक्शा में बैठाकर आमानाका क्षेत्रांतर्गत एम.बी.पी.एल मैदान के खाली प्लॉट सुनसान जगह ले जाकर उसके साथ चाकू एवं डण्डा से मारपीट कर उसकी हत्या कर दिये तथा उसके शरीर से कान का बाली एवं उसके ई-रिक्शा वाहन को लूट कर फरार हो गये थे तथा चाकू को नाला में फेंक दिये थे।
इसके पश्चात् पकड़ा जाने के डर से तीनों के द्वारा दिनांक 16.07.2024 की रात्रि में उनके द्वारा मृतक की ई-रिक्शा वाहन को घटना स्थल से थोड़ा दूर पुनः छोड़ कर चले गये थे।
जिस पर सभी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अपराध में प्रयुक्त सामग्री जप्त कर उनके विरूद्ध कार्यवाही किया गया। विधि के साथ संघर्षरत 03 बालकों को गिरफ़्तार किया है।
इस कार्यवाही में निरीक्षक सुनील दास थाना प्रभारी आमानाका, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय, सउनि किशोर सेठ, प्र.आर. उपेन्द्र यादव, मार्तण्ड सिंग, आर. आलम बेग, महिपाल सिंह ठाकुर, किसलय मिश्रा, सुरेश देशमुख, विजय पटेल तथा थाना आमानाका से सउनि प्राणेश्वर वर्मा, दैतारी भोई, प्र.आर. संजय सिंह, आर. शेख आडिल एवं दिपक पाण्डेय की महत्वपूर्ण भूमिका रही।