तेलंगाना-आंध्र प्रदेश में बाढ़-बारिश का कहर : NDRF की 26 टीमें तैनात, 130 ट्रेनें रद्द; पुल बहा तो सड़क पर सोए लोग, 17 हजार लोग रेस्क्यू, 2.7 लाख प्रभावित

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ब्यूरो रिपोर्ट

हैदराबाद /विजयवाडा, 02 सितम्बर 2024

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पिछले दो दिनों के अंदर हुई भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. तेलंगाना के खम्मम जिले में 110 गांव जलमग्न हो गए हैं, जबकि आंध्र प्रदेश में 17 हजार लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

 

 

 

बाढ़ बारिश के कारण तेलंगाना में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि आंध्र प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 8 लोगों की जान जा चुकी है. इन हालातों के बीच आंध्र-तेलंगाना सीमा के पास गरिकापाडु में पालेरू पुल को भारी नुकसान पहुंचा है. पुल का एक हिस्सा बहने के कारण नेशनल हाइवे पर यातायात बाधित हो गया है, जिसके कारण कई लागों को सड़क पर सोकर रात बितानी पड़ रही है.

9.7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि विजयवाड़ा शहर के कई हिस्सों में बाढ़ आने के कारण 2.7 लाख से ज्यादा लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. नायडू ने कहा कि रविवार रात तक प्रकाशम बैराज से 9.7 लाख क्यूसेक बाढ़ का पानी छोड़ा गया. इस तरह की बाढ़ पिछली बार 1998 में आई थी. तब प्रकाशम बैराज से 9.24 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इस बार छोड़ा गया पानी 50 हजार क्यूसेक ज्यादा है.

स्थानीय लोगों ने किया रेस्क्यू

तेलंगाना के कई हिस्सों में आई विनाशकारी बाढ़ के बीच एक पीड़ित परिवार के रेस्क्यू की कहानी सामने आई है. खम्मम में एक परिवार को स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू किया है. खम्मम की निवासी अकुला रानी ने बताया,’रिश्तेदारों ने तैराकों की मदद से खम्मम में फंसे हमारे परिवार को बचाया. पुलिस-प्रशासन में से कोई भी हमारी मदद के लिए नहीं आया.

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