प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 8 सितम्बर 2024
राहुल गांधी एक तरफ कांग्रेस को मोहब्बत की दुकान कहते हैं, दूसरी तरफ नेशनल कांफ्रेंस से गठबंधन करके चुनाव लड़ रहे हैं। अब उमर अब्दुल्ला कह रहे हैं कि, अफजल की फांसी के बारे में पूछा जाता तो मना कर देता। अफजल वही है जो देश के लोकतंत्र के मंदिर संसद में हमला किया था।
ये बयान बताता है कि उमर अब्दुला राष्ट्र विरोधी और अलगाववादी मानसिकता से ग्रसित है। और उसी के साथ आज कांग्रेस खड़ी है। पूछना चाहता हूं कि, कांग्रेस क्या आतंकवादियों के साथ खड़ी है? कांग्रेस क्या अलगाववादियों के साथ खड़ी है? कांग्रेस को यह स्पष्ट करना पड़ेगा। ये मोहब्बत की दुकान कहकर देश के लोगों के आंखों में धूल झोंकना बंद करें।