प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 14 अक्टूबर 2024
वैसे तो पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म के लिए भारत में कई जगहें हैं लेकिन फल्गु नदी के तट पर स्थित गया शहर का अपना विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सर्वपितृ अमावस्या के दिन गया में पिंडदान करने से 108 कुल और 7 पीढ़ियों का उद्धार हो जाता है और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. साथ ही पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है इसलिए इस स्थान को मोक्ष स्थली कहा जाता है. पुराणों में बताया गया है कि प्राचीन शहर गया में भगवान विष्णु स्वयं पितृदेव के रूप में निवास करते हैं. लेकिन गया जाने के लिए अब तक प्रदेश से सीधी ट्रेन नहीं थी, जिससे यात्रियों को ट्रेन बदलकर जाना पड़ता था, लेकिन अब छत्तीसगढ़ के लोगों को गया के लिए सीधी ट्रेन मिलने वाली है.
छत्तीसगढ़ के यात्रियों को राहत मिलने वाली है. रेलवे बोर्ड ने गया-लोकमान्य तिलक (एलटीटी) के बीच नई ट्रेन चलाने की घोषणा की है. यह ट्रेन SECR में बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग और नागपुर होकर गुजरेगी. ट्रेन का परिचालन गया से हर बुधवार और एलटीटी से हर शुक्रवार को होगा. ऐसे में गया और एलटीटी जाने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है. जोन से गया जाने के लिए यह पहली सीधी ट्रेन होगी. पिंडदान के लिए गया जाने वालों को अब आसानी होगी.
दीपावली के पूर्व रेलवे बोर्ड ने यात्रियों को एक नई ट्रेन की सौगात दी है. रेलवे ने गया-लोकमान्य तिलक (एलटीटी) के बीच ट्रेन चलाएगा. यह कोई स्पेशल ट्रेन नहीं, नियमित गाड़ी है. गया रेलवे स्टेशन से हर बुधवार की शाम 7 बजे ट्रेन रवाना होगी. वहीं शुक्रवार की सुबह 5.50 बजे लोकमान्य तिलक (एलटीटी) स्टेशन पहुंचेगी. इसी तरह लोकमान्य तिलक (एलटीटी) से हर शुक्रवार की दोपहर 13.15 बजे रवाना होकर.