प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 21 अक्टूबर 2024
छत्तीसगढ़ में एक बड़े मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इसमें छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड (सीएसएमसीएल) के तत्कालीन डिप्टी जनरल मैनेजर (डीजीएम) नवीन प्रताप सिंह तोमर सहित 9 लोगों के खिलाफ एसीबी और ईओडब्ल्यू ने मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के बाद की गई है, जिसमें भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगे हैं।
**नगदी जब्ती और रिश्वतखोरी का खुलासा**
ईडी द्वारा की गई छापेमारी के दौरान नवीन प्रताप सिंह तोमर के कार्यालय से 28.80 लाख रुपए की नगदी जब्त की गई थी। जांच में यह भी सामने आया कि तोमर बिलों को पास करने के बदले 8 प्रतिशत रिश्वत लेता था। यह रिश्वतखोरी निगम के विभिन्न टेंडरों और आपूर्तिकर्ताओं के साथ जारी थी, जो अपने बिल पास करवाने के लिए मजबूर थे।
**आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज**
इस मामले में एसीबी और ईओडब्ल्यू ने नवीन प्रताप सिंह तोमर के अलावा बीआर लोहिया, अजय लोहिया, अभिषेक कुमार सिंह, तिजउराम निर्मलकर, नीरज कुमार, देवांश देवांगन, जितेन्द्र कुमार निर्मलकर और लोकेश्वर प्रसाद सिन्हा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
**भ्रष्टाचार रैकेट की जांच जारी**
ईओडब्ल्यू के अनुसार, इस भ्रष्टाचार रैकेट की गहन जांच की जा रही है। अधिकारियों का मानना है कि यह संगठित रैकेट बड़े पैमाने पर काम कर रहा था और भविष्य में और भी दोषियों के नाम सामने आ सकते हैं। जांच के बाद इसमें शामिल अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।