प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 19 नवंबर 2024
आदिवासी अंचलों में बिजली से वंचित 77,292 घरों में बिजली पहुंचाने के लिए तीन प्रमुख योजनाओं के तहत कार्य प्रारंभ हो चुका है। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी इस महती कार्य को अंजाम दे रही है। इनमें दो योजनाएं केंद्र सरकार की और एक राज्य सरकार की है।
बिजलीकरण कार्य का दायरा
– 8,091 किलोमीटर लाइनें बिछाने का लक्ष्य।
– 2,217 ट्रांसफॉर्मर और 7,950 बसाहटों में विद्युतीकरण।
विशेष योजनाएं और प्रगति
1. प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा-अभियान (पीएम जनमन):
– 7 जनजातियों के 7,077 घरों को बिजली देने का कार्य।
– 37.6 करोड़ रुपये की लागत से 363 किलोमीटर लाइनें और 267 ट्रांसफॉर्मर लगाए जा रहे हैं।
– अब तक 4,500 घरों में बिजली पहुंचाई जा चुकी है।
2. प्रधानमंत्री जनजाति उन्नत ग्राम अभियान:
– 65,711 घरों को बिजली पहुंचाने के लिए 323.63 करोड़ रुपये स्वीकृत।
– 1,889 किलोमीटर लाइनें और 1,950 ट्रांसफॉर्मर लगाए जाएंगे।
3. नियद नेल्लानार योजना:
– 96 गांवों को रोशन करने के लिए कार्य प्रारंभ।
– नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 24 सुरक्षा कैम्पों के आसपास 5 किलोमीटर के दायरे में बिजलीकरण।
– 61 करोड़ रुपये की लागत से 4,504 घरों को ग्रिड से जोड़ने की योजना।
चुनौतियां और समाधान
आदिवासी अंचलों में घने जंगल और नक्सलवाद से जुड़ी समस्याओं के बीच ये कार्य कठिन है। सुरक्षा कैम्पों के निर्माण और बहु-आयामी विकास योजनाओं से इन चुनौतियों पर काबू पाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज नियमित मॉनिटरिंग और प्राथमिकता के आधार पर इन योजनाओं को शीघ्र पूरा करने पर जोर दे रही है।