प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 30 नवंबर 2024
रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. संतोष कुमार सिंह ने शुक्रवार को सिविल लाइन्स स्थित सी-04 भवन के सभाकक्ष में शहर के विभिन्न बैंकों के ब्रांच मैनेजरों और अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री लखन पटले, नगर पुलिस अधीक्षक श्री अजय कुमार और सिविल लाइन्स थाना प्रभारी निरीक्षक रोहित मालेकर भी उपस्थित थे।
बैठक में बैंकों की सुरक्षा और साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए कई अहम बिंदुओं पर चर्चा की गई। एसएसपी ने बैंक प्रबंधन को सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने और साइबर फ्रॉड के मामलों में पीड़ितों की मदद के लिए पुलिस के साथ मिलकर काम करने की सलाह दी।
मुख्य बिंदु:
1. बैंक सुरक्षा व्यवस्था:
बैंकों में अलार्म सिस्टम को नियमित रूप से चालू और चेक करना।
हर बैंक में गार्ड की अनिवार्यता और उनके हथियारों का सत्यापन।
बैंक परिसर, पार्किंग और सड़कों को कवर करने वाले सीसीटीवी कैमरे लगाना और उनका नियमित बैकअप रखना।
2. पुलिस के साथ समन्वय:
अपराध से जुड़ी जानकारियां पुलिस को तुरंत उपलब्ध कराने की अपील।
एटीएम फुटेज और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना निकटतम थाने को देना।
3. साइबर फ्रॉड रोकथाम:
बैंक खातों में फर्जीवाड़े की रोकथाम के लिए KYC प्रक्रिया को मजबूत और फिजिकल वेरीफिकेशन अनिवार्य।
फ्रॉड के मामलों में ठगों के बैंक खातों की राशि को होल्ड करने और पीड़ितों के खाते में जल्द से जल्द वापस कराने की व्यवस्था।
4. ग्राहकों की सुरक्षा:
मुंह ढंककर बैंक या एटीएम में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों पर गार्ड द्वारा सख्त निगरानी।
डिजिटल धमकियों और ठगी के मामलों में पीड़ित ग्राहकों को हरसंभव मदद।
नए सुरक्षा उपाय:
एसएसपी ने ब्रांच मैनेजरों से एडवांस सीसीटीवी कैमरे लगाने और लंबे अवकाश के दौरान भी बैंक की निगरानी सुनिश्चित करने को कहा। इसके अलावा, ग्राहकों की शिकायतों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करने और फ्रॉड की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस और बैंक के बीच बेहतर समन्वय पर जोर दिया गया।
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि पुलिस और बैंक मिलकर काम करेंगे ताकि अपराधियों को जल्द पकड़ा जा सके और पीड़ितों का पैसा वापस दिलाने की प्रक्रिया को सरल बनाया जा सके।
रायपुर पुलिस की यह पहल बैंकिंग सुरक्षा को मजबूत करने और साइबर अपराधों को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाएगी।