प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 05 दिसंबर 2024
नई दिल्ली से आ रही खबरों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि यह प्रक्रिया 7 से 10 दिसंबर के बीच पूरी हो सकती है। हालांकि, सरकार या पार्टी की ओर से अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल होंगे?
जानकारी के अनुसार, दो नए विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। साथ ही, वर्तमान मंत्रिमंडल के कुछ चेहरों को बदले जाने की अटकलें भी तेज हो रही हैं। मुख्यमंत्री के हाल ही में दिल्ली दौरे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद इन चर्चाओं को और बल मिला है।
पार्टी में मतभेद
पार्टी के भीतर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राय बंटी हुई है।
एक धड़ा नगर निगम चुनाव के बाद विस्तार करने का पक्षधर है।
दूसरा इसे तत्काल करने की आवश्यकता महसूस करता है।
कामकाज में देरी और खाली पदों की वजह से विधायकों और कार्यकर्ताओं में असंतोष है, जो सरकार की छवि पर नकारात्मक असर डाल रहा है।
संभावित नाम और पद
1. नए मंत्रियों के लिए चर्चा में नाम:
बिलासपुर से: धरमलाल कौशिक और अमर अग्रवाल
रायपुर से: राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, सुनील सोनी, और पुरंदर मिश्रा
इनमें पुरंदर मिश्रा को मंत्री बनाए जाने की संभावना ज्यादा है, क्योंकि वे अपनी सक्रियता और वरिष्ठता के लिए पार्टी में लोकप्रिय हैं।
2. विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए:
विधायक अजय चंद्राकर का नाम प्रस्तावित हो सकता है। इससे अन्य नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह देने का रास्ता साफ होगा।
मंत्रिमंडल विस्तार क्यों जरूरी?
सरकार पर कामकाज की गति बढ़ाने और आगामी चुनावों के लिए जनता व कार्यकर्ताओं का भरोसा जीतने का दबाव है। मंत्रिमंडल विस्तार को सरकार की नई ऊर्जा और रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
क्या कहते हैं राजनीतिक जानकार?
विशेषज्ञों का मानना है कि मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल करना आगामी चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को बेहतर करने का प्रयास हो सकता है। इसके अलावा, असंतोष को दूर करने और संगठन में संतुलन बनाने की रणनीति का हिस्सा भी है।
आधिकारिक घोषणा का इंतजार
फिलहाल, सभी की निगाहें सरकार की ओर से इस पर आधिकारिक पुष्टि और अंतिम सूची पर टिकी हैं।