प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 06 दिसंबर 2024
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित DMF घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए DMF वेंडर मनोज कुमार द्विवेदी को गिरफ्तार किया है। द्विवेदी पर आरोप है कि उन्होंने खदान प्रभावित क्षेत्रों के लिए बने DMF फंड में ठेके दिलाने के नाम पर अन्य ठेकेदारों से 11-12 करोड़ रुपये जुटाए और इस राशि में से 7-8 करोड़ रुपये खुद के लिए कमाए।
ईडी की जांच के अनुसार, यह रकम रानू साहू और माया वारियर जैसे प्रभावशाली लोगों तक पहुंचाई गई। माया वारियर को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, अब PMLA की धारा 50 के तहत मनोज द्विवेदी को तीसरी बार पूछताछ के लिए बुलाने के बाद गिरफ्तार किया गया।
द्विवेदी उदगम सेवा समिति नामक एनजीओ का संचालन करते हैं, जिसके जरिए कथित तौर पर यह घोटाला किया गया। ईडी ने मनोज द्विवेदी को विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 4 दिन की हिरासत में पूछताछ के लिए भेजा गया।
DMF फंड: विकास के नाम पर घोटाला
जिला खनिज न्यास फंड (DMF) खदान प्रभावित क्षेत्रों में विकास और वहां रहने वाले लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए बनाया गया था। लेकिन इस फंड का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग सामने आया है।
ईडी की अब तक की कार्रवाई
माया वारियर की गिरफ्तारी
मनोज द्विवेदी को तीन बार समन के बाद गिरफ्तार
अन्य ठेकेदारों और अधिकारियों पर भी निगाह
छत्तीसगढ़ में DMF फंड की पारदर्शिता को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। ईडी की इस कार्रवाई ने एक बार फिर राज्य की राजनीति और प्रशासन में हलचल मचा दी है।