रायपुर, 20 दिसंबर 2024
छत्तीसगढ़ में बीएड सहायक शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटक रही है। हाईकोर्ट ने इन शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने का आदेश दिया है। जिसके बाद सेवा-सुरक्षा की मांग को लेकर ये शिक्षक रायपुर के तूता स्थित धरना स्थल में प्रदर्शन कर रहे हैं।
तुता धरना स्सथल में शिक्षक संयोजन की मांग को लेकर अपनी बातों को रखने आए हैं। धरना प्रदर्शन के प्रथम दिन प्रदेश राजपत्रित अधिकारी फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष कमल वर्मा धरना स्थल में पहुंचे और बीएड सहायक शिक्षकों की मांगो का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार आपकी बातों को सही तरीके से कोर्ट में रखी होती तो यह फैसला अलग होता। उन्होंने कहा कि जो नौकरी में उन्हें नहीं निकाला जाना चाहिए। सरकार ऐसी व्यवस्था करे कि इनकी नौकरी बच जाए।
क्या है पूरा मामला?
बीएड वाले 2900 सहायक शिक्षकों की 14 माह बाद आज नौकरी चली जाएगी। इसमें 56 लोग ऐसे हैं जो दूसरी नौकरी छोड़कर सहायक शिक्षक बने थे।
दरअसल, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने 10 दिसंबर 2024 को 2 सप्ताह के भीतर डीएड डिग्रीधारियों को सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति का आदेश दिया था और बीएड डिग्रीधारियों की नियुक्ति रद्द करने को कहा था। जिससे बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों की नौकरी खतरे में आ गई है। कोर्ट ने सख्त हिदायत दी थी कि 15 दिनों के भीतर ही भर्ती का प्रोसेस पूरा किया जाना है।
कोर्ट ने सहायक शिक्षकों के पद के लिए केवल डीएड डिग्री होल्डर्स को ही उपयुक्त माना है।
अभ्यर्थियों की मांग
• बीएड धारक शिक्षकों का समायोजन सुनिश्चित किया जाए।
• सेवा समाप्ति के अन्यायपूर्ण आदेश पर तुरंत रोक लगाई जाए।
• सभी शिक्षकों को न्यायपूर्ण अवसर और सम्मान दिया जाए।