नारायणपुर, 25 दिसंबर 2024| बस्तर के जंगलों और पहाड़ियों में चल रही जल, जंगल और जमीन की लड़ाई के बीच नक्सलियों ने पहली बार ग्रामीणों को सीधा अलर्ट जारी किया है। नक्सलियों ने चेतावनी दी है कि उन्होंने जंगल और पहाड़ियों में सैकड़ों बम लगाए हैं। उनका कहना है कि यह कदम ऑपरेशन कगार के तहत चल रहे नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए उठाया गया है।
नारायणपुर जिले में सक्रिय पूर्व बस्तर डिविजन कमेटी के प्रवक्ता जानकु सलाम ने सर्कुलर जारी कर ग्रामीणों को जंगलों और पहाड़ियों से दूर रहने की अपील की है। बयान में कहा गया है कि अगर ग्रामीण इन इलाकों में जाते हैं और कोई घटना घटती है, तो उसकी जिम्मेदारी नक्सली संगठन की नहीं होगी।
ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए मुनादी
सूत्रों के अनुसार, नक्सली अपने प्रभाव वाले गांवों में मुनादी करवा रहे हैं। ग्रामीणों को सख्त निर्देश दिए जा रहे हैं कि वे पहाड़ियों और जंगलों में जाना बंद करें। हाल ही में दंतेवाड़ा जिले में आईईडी विस्फोट में एक ग्रामीण की मौत के बाद नक्सलियों ने मृतक के परिवार और ग्रामीणों से माफी मांगी है।
आईईडी धमाकों का कहर
बस्तर के विभिन्न इलाकों में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बम सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हैं, लेकिन इनकी चपेट में ग्रामीण और जानवर भी आ जाते हैं। पिछले साल बस्तर में 47 और इस साल अब तक 45 आईईडी धमाकों की घटनाएं हो चुकी हैं। पांच सालों में यह आंकड़ा 250 के पार पहुंच गया है। इन धमाकों में कई ग्रामीण अपाहिज हो चुके हैं और कई ने अपनी जान गंवाई है।
नक्सलियों की साजिश से दहशत
नक्सलियों द्वारा जारी चेतावनी ने इलाके में दहशत पैदा कर दी है। ग्रामीणों को अपने दैनिक कार्यों और जंगल पर निर्भर जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। सुरक्षा बल भी इन इलाकों में अभियान चलाते हुए सतर्कता बरत रहे हैं।
सरकार और प्रशासन ने नक्सलियों की इन गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी है और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।