प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 22 जनवरी 2025
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 31 दिसंबर 2024 और 1 जनवरी 2025 की दरमियानी रात हुई माता-पुत्री की हत्या के सनसनीखेज मामले का खुलासा हो गया है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो आपस में लिव-इन पार्टनर थे। आरोपियों ने इस हत्या को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था।
सूचना के अनुसार, 1 जनवरी 2025 को थाना खमतराई में सूचक ने बताया कि खमतराई रांवाभाठा स्थित शेरे पंजाब ढाबा के सामने रायपुर-बिलासपुर रोड किनारे एक अज्ञात लड़की का शव पड़ा हुआ है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मर्ग कायम किया और विवेचना शुरू की। प्रथम दृष्टया घटनास्थल पर मृतिका का गला दबाकर हत्या कर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव फेंकने का अंदेशा था। अज्ञात आरोपी के खिलाफ थाना खमतराई में अपराध पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस ने जांच के दौरान शव की शिनाख्त की और पाया कि यह शव धनेली निवासी हमीदा की पुत्री रेशमा का था। इसके बाद, 2 जनवरी 2025 को पुलिस को जानकारी मिली कि रेशमा की मां हमीदा की भी हत्या कर दी गई थी। इस पर, थाना धरसींवा में भी हत्या का मामला दर्ज किया गया।
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम बनाई। टीम ने घटनास्थलों का निरीक्षण किया, आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, और स्थानीय लोगों से पूछताछ की। अंततः पुलिस ने आरोपी भरतदास दीवान को गिरफ्तार किया, जो शिवानंद नगर का निवासी था। भरतदास ने स्वीकार किया कि उसने अपनी लिव-इन पार्टनर अनीता लहरे के साथ मिलकर हमीदा और उसकी पुत्री रेशमा की हत्या की योजना बनाई थी। आरोपी ने बताया कि हमीदा द्वारा पैसे की मांग की जा रही थी और यदि वह उसे नहीं देता, तो वह उसे केस में फंसा देती। इसी दबाव के कारण दोनों ने हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।
आरोपियों से पूछताछ में यह सामने आया कि उन्होंने पहले रेशमा को अपने घर ले जाकर हत्या की और फिर उसकी मां हमीदा की हत्या की। दोनों आरोपियों ने शवों को नष्ट करने के लिए साक्ष्य छिपाए और शवों को फेंक दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे हत्या में प्रयुक्त चाकू, ई-रिक्शा और मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
गिरफ्तार आरोपी:
1. भरतदास दीवान (उम्र 43 वर्ष), निवासी शिवानंद नगर, रायपुर।
2. अनीता लहरे (उम्र 52 वर्ष), निवासी शिवानंद नगर, रायपुर।
इस मामले में पुलिस की टीम में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट, थाना खमतराई, थाना धरसींवा, और सिलतरा चौकी के पुलिसकर्मियों का अहम योगदान रहा।