प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 03 फ़रवरी 2025
आयकर विभाग ने सत्यम बालाजी ग्रुप के खिलाफ की गई छापेमारी में मध्य भारत की अब तक की सबसे बड़ी कर चोरी का खुलासा किया है। आयकर अन्वेषण विंग की टीमों ने रायपुर और आसपास के क्षेत्रों में स्थित सत्यम बालाजी ग्रुप के दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापे मारे। छापे के दौरान लगभग 1000 करोड़ रुपये से अधिक के कच्चे लेनदेन से जुड़े कागजात जब्त किए गए हैं।
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, इस कार्रवाई में विभाग को प्राप्त इनपुट्स से कहीं अधिक कर चोरी का खुलासा हुआ है। जांच के दौरान, बीते 6 साल के इनकम टैक्स रिटर्न और अन्य रिकॉर्ड की जांच की गई, जिसमें कंपनी के फर्जी कंपनियां बनाने और काल्पनिक लेनदेन का खुलासा हुआ। इस कार्रवाई में अब तक 10 करोड़ रुपये नकद और 3.50 करोड़ रुपये की ज्वेलरी जब्त की गई है।
सत्यम बालाजी ग्रुप, जो गैर-बासमती चावल का प्रमुख निर्यातक है, का कुल टर्नओवर 2000 करोड़ रुपये है, जिसमें से 1600 करोड़ रुपये का कारोबार कच्चे लेनदेन में सामने आया। यह समूह छत्तीसगढ़ में धान की खरीदी करता है और मिलिंग के बाद चावल को अफ्रीकी देशों और वियतनाम में निर्यात करता है।
आयकर विभाग ने पाया कि यह ग्रुप फर्जी कंपनियों के माध्यम से कच्चे लेनदेन में नगद भुगतान करता था। विभाग ने बुधवार को रायपुर, दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, नवापारा राजिम के अलावा गोंदिया और आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में 25 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान 14 लॉकर सील कर दिए गए हैं, जिनमें से कुछ को अगले दिनों में खोला जाएगा।
यह कार्रवाई अतिरिक्त निदेशक तरुण कनौजिया की निगरानी में उपनिदेशक नवल जैन की टीम द्वारा की गई है।