प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 5 फरवरी 2025
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में ‘दैनंदिन जीवन में देशभक्ति’ विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि भाग्यश्री साठेय, अखिल भारतीय सह संयोजिका, महिला समन्वय एवं केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य, राष्ट्र सेविका समिति, ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की गौरवशाली ज्ञान परंपरा को समझना और सम्मान करना ही सच्ची देशभक्ति है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सोशल मीडिया पर भारतीय संस्कृति और इतिहास से जुड़ी सकारात्मक जानकारी साझा करें।
भाग्यश्री साठेय ने ‘भारत’ शब्द का अर्थ स्पष्ट करते हुए कहा कि “भा” तेजस्विता का प्रतीक है और “रत” लीनता का। उन्होंने दैनिक जीवन में लोक कल्याण और जन जागरूकता को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
छात्रों के सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आधुनिकता आवश्यक है, लेकिन भारतीय संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। पाश्चात्य संस्कृति के अंधानुकरण से बचने की सलाह दी। उन्होंने युवाओं को देशभक्ति पर आधारित फिल्में, वेब सीरीज़ और डॉक्यूमेंट्री देखने, साथ ही महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने की सलाह दी।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. नरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों के ज्ञान और सोच को समृद्ध करते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देशप्रेम केवल आयोजनों तक सीमित न रहकर, जीवन का अभिन्न हिस्सा बनना चाहिए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्राध्यापक पंकज नयन पाण्डेय, डॉ. राजेंद्र मोहंती, डॉ. आशुतोष मंडावी, डॉ. नृपेंद्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।