प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 13 फ़रवरी 2025
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह समेत छत्तीसगढ़ के कई सांसदों और विधायकों के कुंभ जाने पर भूपेश बघेल की टिप्पणी पर भाजपा ने तीखा पलटवार किया है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कांग्रेस से सवाल किया कि क्या कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट वीआईपी नहीं हैं? ये सभी पिछले 24 घंटे में कुंभ स्नान कर चुके हैं, और इनका जाना पूरे वीआईपी प्रोटोकॉल के साथ हुआ है।
अमित चिमनानी ने कहा कि वास्तव में भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ कांग्रेस को इस बात की पीड़ा है कि विष्णुदेव साय सरकार में सभी जनप्रतिनिधियों को कुंभ स्नान करने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी सनातन धर्म की बात आती है, भूपेश बघेल विरोध में खड़े नजर आते हैं। इससे पहले भी वे कई बार सनातन विरोधी बयान दे चुके हैं और बजरंग दल का मजाक उड़ा चुके हैं। वे खुद प्रयागराज नहीं गए, तो कम से कम जो गए हैं, उनके खिलाफ तो टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी।
चिमनानी ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई विधायक भी कुंभ स्नान के लिए गए हैं। क्या भूपेश बघेल अब उन्हें पार्टी से निकालेंगे? क्या वे डीके शिवकुमार, सचिन पायलट और दिग्विजय सिंह का विरोध करेंगे?
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि “क्या गंगा स्नान से गरीबी दूर होगी?” चिमनानी ने सवाल किया कि ऐसे मामलों पर भूपेश बघेल चुप क्यों रहते हैं? कांग्रेस के कई नेताओं ने सनातन धर्म के खिलाफ बयान दिए, लेकिन भूपेश बघेल ने कभी उनकी निंदा नहीं की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे कर्नाटक से आते हैं, जिन्होंने महाकुंभ को लेकर निंदनीय टिप्पणी की थी। लेकिन इसी कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार गंगा स्नान कर चुके हैं। अगर भूपेश बघेल में हिम्मत है, तो उन्हें भी गंगा स्नान करना चाहिए।