प्रमोद मिश्रा
बलौदाबाजार/रायपुर, 24 फरवरी 2025 (8349155678)
प्रदेश के चर्चित महादेव सट्टा एप मामले में कई बड़े चेहरे जेल के अंदर हैं, लेकिन अब भी इस सट्टा एप से कई लोगों की तिजौरी भर रही है साथ ही बैंक खातों में मोटे रकम का भी ट्रांजेक्शन हो रहा है । दरअसल, बलौदाबाजार जिले के गिधौरी थाना क्षेत्र अंतर्गत महादेव सट्टा ऐप की जानकारी मिल रही है। आपको बता दे कि इस सट्टा ऐप के मुख सूत्रधार रायपुर में रहकर इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं। महादेव सट्टा एप में पैसे ट्रांसफर के लिए दूसरे के खाते का भी उपयोग कर रहे हैं ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक किसी व्यापारी के माध्यम से सट्टेबाज सट्टे के पैसे को व्यापारियों के खातों से ट्रांजैक्शन करते हैं । सूत्र बताते हैं कि इनके 17 ब्रांच गिधौरी क्षेत्र में एक्टिव हैं जिनसे पैसों का लेन – देन हो रहा है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गिधौरी थाना के आसपास के गांवों के अंतर्गत महादेव सट्टा ऐप फलफूल रहा है । सूत्र बताते हैं कि इस सट्टा एप से पवनी, घटमड़वा, सेमरा और गिधौरी के साथ क्षेत्र के कई ऐसे गांव के व्यापारी हैं जिनके अकाउंट से पैसों का ट्रांसफर हो रहा है ।
आपको बता दे कि महादेव सट्टा ऐप का मास्टर माइंड सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी इस मामले में हो चुकी है । साथ ही इस ऐप को बीजेपी सरकार आने के बाद पिछले वर्ष ही बैन कर दिया गया था और इसके मास्टरमाइंड की तलाश की जा रही थी। ACB चीफ अमरेश मिश्रा ने साफ शब्दों में कहा है कि महादेव सट्टा एप से जुड़े किसी भी गुनाहगार को बख्शा नहीं जाएगा ।
क्षेत्र में काफी लंबे समय से सट्टेबाज एक्टिव
गिधौरी क्षेत्र में इस सट्टा एप का संचालन और ट्रांजेक्शन काफी लंबे समय से चल रहा है । सूत्र बताते हैं कि बकायदा इस मामले का जब उजागर हुआ तो कई चेहरे जो इस मामले से जुड़े थे, वो कुछ दिनों के लिए नौ दो ग्यारह भी हो गए थे । फिलहाल, क्षेत्र में अभी भी कुछ लोगों का गिरोह इस सट्टा एप में लेनदेन को अंजाम दे रहा है । सूत्र बताते हैं कि इस मामले को लेकर जल्द ही ACB से इसकी शिकायत की जाएगी और मामले की तह तक पहुंचने का आग्रह एसीबी चीफ अमरेश मिश्रा से की जाएगी ।
जानें क्या है ये ऐप?
महादेव बेटिंग ऐप एक ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया गया ऐप है। इस पर साइन इन करने वाले यूजर्स पोकर, चांस गेम्स और कार्ड गेम्स जैसे कई गेम खेल सकते थे. इस ऐप के जरिए क्रिकेट, फुटबॉल , बैडमिंटन, टेनिस, जैसे खेलों में सट्टेबाजी भी की जाती थी। इसकी शुरुआत 2019 को छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर ने की थी।