प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 27 फ़रवरी 2025
रायपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के बाद प्रदेश कांग्रेस महामंत्री मलकीत सिंह गैदू आज गुरुवार सुबह ED कार्यालय पहुंचेंगे। वे वहां सुकमा और कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय (राजीव भवन) के निर्माण से जुड़ी जानकारी देंगे।
चार अहम सवालों पर मांगा जवाब
ED ने इस मामले में चार प्रमुख बिंदुओं पर जवाब मांगा है:
- कांग्रेस भवन कोंटा और सुकमा का निर्माण कार्य कब शुरू हुआ और कब पूरा हुआ?
- निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार का नाम और विस्तृत जानकारी क्या है?
- भवन निर्माण और जमीन खरीदने में कुल कितनी राशि खर्च हुई?
- फंडिंग का स्रोत क्या था?
रायपुर के राजीव भवन पहुंची थी ED
मंगलवार को चार सदस्यीय ED टीम सुरक्षा बलों के साथ रायपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय, राजीव भवन पहुंची थी और वहां मलकीत सिंह गैदू को समन सौंपा गया था।
जांच एजेंसी ने कांग्रेस से यह स्पष्ट करने को कहा है कि सुकमा और कोंटा में बने राजीव भवन का निर्माण किस स्रोत से हुआ, इसमें किसने पैसा दिया और निर्माण प्रक्रिया क्या रही।
कांग्रेस की सीक्रेट मीटिंग
इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई को लेकर एक सीक्रेट बैठक की थी, जिसमें कानूनी विशेषज्ञ और वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बैठक में तय किया गया कि ED को सभी आवश्यक दस्तावेज सौंपे जाएंगे और जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा।
मलकीत सिंह गैदू ने कहा, “हमारे पास हर सवाल का जवाब है और हम जांच एजेंसी का पूरा सहयोग करेंगे। पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि जो भी जानकारी मांगी गई है, वह देने के लिए तैयार हैं।”
दीपक बैज का BJP पर निशाना
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने ED की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस भवन छेरछेरा पुन्नी के दान और कार्यकर्ताओं के सहयोग से बना है, लेकिन अब केंद्र सरकार के इशारे पर इसे जांच के दायरे में लाया गया है।
उन्होंने कहा, “अगर कांग्रेस भवन को लेकर जांच हो रही है, तो बीजेपी के प्रदेश कार्यालय की जांच क्यों नहीं हो रही? बीजेपी का कार्यालय 150 से 200 करोड़ की लागत से बना है, लेकिन वहां ED नहीं जाती।”
बैज ने केंद्र सरकार पर ED और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा कि विपक्ष को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है।
ED की अगली कार्रवाई पर नजर
यह पहली बार है जब ED ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर समन जारी किया है। इससे पहले शराब घोटाले से जुड़े मामलों में कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों से पूछताछ हो चुकी है।
अब देखना होगा कि ED की पूछताछ के बाद इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और क्या किसी अन्य नेता को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाता है।