प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 27 फ़रवरी 2025
विधानसभा में गुरुवार को सिटी बस संचालन का मुद्दा उठा। विधायक राजेश मूणत ने कहा कि केंद्र सरकार के संसाधनों से शहर में सिटी बसों का संचालन शुरू हुआ था, लेकिन वर्तमान में यह व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम के पास जितनी बसें थीं, उनमें से अब 30% भी संचालित नहीं हो रही हैं। सरकार को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए।
विधायक ने सरकार से पूछे तीखे सवाल
विधायक राजेश मूणत ने सरकार से पूछा:
- क्या यह सच है कि रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, सरगुजा, कोरिया और बस्तर में अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटी बनाकर सिटी बसों का संचालन किया जा रहा है?
- क्या यह सही है कि योजना की शुरुआत में 378 बसें थीं, लेकिन अब केवल 106 बसें ही चालू हैं?
- यदि 272 बसें बंद हो चुकी हैं, तो उनकी वर्तमान स्थिति क्या है?
- खराब बसों की मरम्मत की जिम्मेदारी किसकी है?
- क्या सरकार ने इस मुद्दे की समीक्षा की है? यदि नहीं, तो क्यों?
डिप्टी सीएम अरुण साव ने दिया जवाब
डिप्टी सीएम अरुण साव ने स्वीकार किया कि रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, सरगुजा, कोरिया और बस्तर में अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटी के माध्यम से सिटी बसों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि योजना के प्रारंभ में 378 बसें थीं, जिनमें से अब केवल 103 बसें ही चालू हैं।
उन्होंने बताया कि शेष 275 बसों का मूल्यांकन संबंधित सोसायटियों द्वारा किया जा रहा है। खराब बसों की मरम्मत की जिम्मेदारी अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटी द्वारा अनुबंधित संचालन एजेंसी की है। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार समीक्षा कर रही है और एजेंसियों को आवश्यक मरम्मत कर बसों को दोबारा चालू करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।