प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 28 फ़रवरी 2025
राजधानी रायपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पुलिसकर्मी ने ही अपने साथियों को करोड़ों की चपत लगा दी। सस्ते में जमीन दिलाने का झांसा देकर लाखों-करोड़ों की ठगी करने वाला यह हवलदार खुद को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का अफसर बताता था, जिससे पुलिसकर्मी भी उसकी बातों में आ जाते। पांच साल से फरार चल रहे इस ठग पुलिसकर्मी को आखिरकार सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस ठगी मामले में उसके तीन साथी पहले ही सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं।
पांच साल से था फरार
करोड़ों की ठगी के इस मामले में गिरफ्तार आरोपी जयदेव वर्मा हवलदार के पद पर तैनात था। साल 2019 में टिकरापारा, गुढ़ियारी, सिविल लाइन और गंज इलाकों में उसने अपने ही साथियों को जमीन दिलाने के नाम पर लाखों-करोड़ों की ठगी की। जयदेव पहले तो कम कीमत में जमीन देने का झांसा देता और जब पुलिसकर्मी पैसे दे देते, तो वह बहाने बनाने लगता। पीड़ितों ने जब रकम वापस मांगी, तो उसने जल्द पैसा लौटाने का वादा किया, लेकिन फिर गायब हो गया।
फर्जी ACB अफसर बनकर करता था ठगी
मामला जब एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद के संज्ञान में आया, तो उन्होंने सिविल लाइन पुलिस को जयदेव वर्मा की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। पुलिसकर्मियों की शिकायतों के आधार पर जांच की गई, जिसमें जयदेव के खिलाफ ठगी के आरोप साबित हुए। जांच में यह भी सामने आया कि उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए खुद को ACB का अधिकारी बताया था, जिससे वह अपने साथी पुलिसकर्मियों का विश्वास जीतने में सफल हो गया।
तीन साथी पहले ही गिरफ्तार
इस ठगी में जयदेव वर्मा अकेला नहीं था, बल्कि उसके तीन और साथी भी शामिल थे। इनमें से एक राज कश्यप समेत तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।