प्रमोद मिश्रा
बीजापुर, 13 मार्च 2025
गंगालूर एरिया कमेटी के अंतर्गत सक्रिय 17 माओवादियों ने माओवादी विचारधारा से तौबा कर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में 24 लाख के इनामी 9 माओवादी भी शामिल हैं।
समर्पण करने वाले माओवादियों में एक डिविजनल कमेटी मेंबर (DVCM), दो एरिया कमेटी मेंबर (ACM), दो मिलिशिया प्लाटून कमांडर, एक जनताना सरकार अध्यक्ष, एक डीएकेएमएस अध्यक्ष, एक पार्टी सदस्य, एक केएएमएस अध्यक्ष, दो जनताना सरकार उपाध्यक्ष, एक प्लाटून डिप्टी कमांडर, चार जनताना सरकार सदस्य और एक जीपीसी सदस्य शामिल हैं।
गंगालूर एरिया कमेटी के DVCM दिनेश मोड़ियम ने अपनी ACM पत्नी ज्योति ताती के साथ आत्मसमर्पण किया। उन्होंने बताया कि बढ़ते सुरक्षा बलों के दबाव, संगठन के अंदरूनी मतभेद और पुनर्वास नीति के प्रचार-प्रसार से प्रभावित होकर उन्होंने हिंसा का रास्ता छोड़ा है।
पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई रंग लाई
बीजापुर जिले में स्थापित हो रहे नए सुरक्षा कैंप, पुलिस का दबाव और माओवादी संगठन को हो रहे लगातार नुकसान के चलते यह आत्मसमर्पण हुआ। साथ ही, शासन की विकास योजनाएं, सड़क निर्माण, परिवहन सुविधा, बिजली-पानी की उपलब्धता और कल्याणकारी योजनाओं की पहुंच भी इसका बड़ा कारण बनी।
आंकड़े दर्शाते सफलता:
- 2025 में अब तक 65 माओवादी आत्मसमर्पण, 137 गिरफ्तार, और 56 माओवादी मुठभेड़ों में मारे गए।
- आत्मसमर्पण करने वालों को 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।
डीवीसीएम दिनेश मोड़ियम ने की अपील
दिनेश मोड़ियम ने बताया कि माओवादी बड़े नेताओं द्वारा ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर संगठन में भर्ती कराया जाता है और शासन के खिलाफ हिंसात्मक लड़ाई में झोंक दिया जाता है। उन्होंने माओवादियों से अपील की कि वे हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ें और सुरक्षित जीवन व्यतीत करें।
बीजापुर पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने कहा कि पुनर्वास नीति, सामुदायिक पुलिसिंग और सरकार की योजनाओं ने माओवादियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने सभी नक्सलियों से अपील की कि वे माओवादी विचारधारा को त्यागकर समाज की मुख्यधारा में लौटें।