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रायपुर के केटीयू विश्वविद्यालय में शुरू हुई तीन दिवसीय स्क्रिप्ट लेखन और स्टोरीटेलिंग कार्यशाला: फिल्म लेखक सतीश जैन और कुलपति महादेव कवरे ने किया उद्घाटन, 110 से ज्यादा छात्रों ने दिखाया उत्साह

प्रमोद मिश्रा

रायपुर, 07 अप्रैल 2025

कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय (केटीयू) में सोमवार को “स्क्रिप्ट लेखन और स्टोरीटेलिंग” पर तीन दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत हुई। जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति महादेव कवरे और प्रसिद्ध फिल्म लेखक एवं निर्देशक सतीश जैन ने किया।

 

कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कुलपति महादेव कवरे ने कहा कि यह आयोजन विद्यार्थियों के रचनात्मक विकास की दिशा में एक सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि कहानी कहने की कला केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने का सशक्त साधन भी है।

मुख्य अतिथि सतीश जैन ने अपने प्रेरक वक्तव्य में कहा कि तकनीक चाहे जितनी भी आगे बढ़ जाए, लेकिन एक अच्छी कहानी वही होती है जो मानवीय संवेदनाओं से जुड़ी हो और दिल को छू जाए। उन्होंने विद्यार्थियों से तकनीकी दक्षता के साथ भावनात्मक समझ विकसित करने का आग्रह किया।

कार्यशाला के विषय विशेषज्ञ राजकुमार दास ने कहानी की आत्मा को उसकी सरलता, सच्चाई और भावनाओं में निहित बताया। उन्होंने कहा कि सफल कथाकार वही होता है जो समाज के विविध रंगों को गहराई से समझे और उन्हें अपनी रचनाओं में उकेरे।

जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष एवं कार्यशाला संयोजक डॉ. राजेन्द्र मोहंती ने जानकारी दी कि इस आयोजन में विश्वविद्यालय के साथ-साथ राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों से 110 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। इनमें अग्रसेन महाविद्यालय, महंत लक्ष्मीनारायण दास महाविद्यालय, शासकीय दिग्विजय कॉलेज (राजनांदगांव), शासकीय महर्षि वाल्मीकि कॉलेज (भानुप्रतापपुर, कांकेर) शामिल हैं।

उद्घाटन सत्र के अंत में अतिथि व्याख्याता गुलशन वर्मा ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों के प्रति आभार जताया।

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कार्यशाला के तकनीकी सत्र में “कहानी कहने की कला और विज्ञान” विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। इसमें कथानक, चरित्र निर्माण, संवाद लेखन और प्लॉट स्ट्रक्चर जैसे मूल तत्वों पर गहन व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। सत्र के अंत में प्रतिभागियों को एक लघु फिल्म दिखाई गई, जिसके आधार पर पटकथा लेखन की बारीकियों को समझाया गया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, अतिथि व्याख्याता, शोधार्थी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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