डेस्क
सुकमा, 17 मई 2025
बहुचर्चित शराब घोटाले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबियों के ठिकानों पर शनिवार सुबह एसीबी-ईओडब्ल्यू ने एक साथ दबिश दी। बस्तर संभाग के सुकमा, तोंगपाल, जगदलपुर और दंतेवाड़ा सहित रायपुर में कुल 15 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, जगदलपुर स्थित व्यवसायी प्रेम मिघलानी, रायपुर के संतोषी नगर स्थित नहाटा परिवार, और अम्बिकापुर के बड़े कपड़ा व्यापारी व सरकारी विभागों के सप्लायर अशोक अग्रवाल और मुकेश अग्रवाल के ठिकानों पर भी छापेमारी जारी है। यह कार्रवाई शनिवार सुबह करीब 6 बजे शुरू हुई।
गौरतलब है कि इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 28 दिसंबर को कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश कवासी के ठिकानों पर छापा मारा था। इसके बाद 15 जनवरी को लखमा को गिरफ्तार कर 21 जनवरी से रायपुर की सेंट्रल जेल में भेजा गया।
जानकारी के अनुसार, कवासी लखमा की भूमिका राज्य की शराब नीति में बदलाव लाने में अहम रही थी। इसके अलावा, चालान प्रक्रिया में निरीक्षण से पहले आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की अनुमति लेने का भी प्रावधान उन्हीं के कार्यकाल में जोड़ा गया था।
शराब घोटाले में अब तक 21 आरोपी
ED द्वारा दाखिल चालान में बताया गया है कि शराब घोटाले में अब तक कुल 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन सहित छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम साईं ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया जैसे नाम शामिल हैं।
एसीबी-ईओडब्ल्यू की कार्रवाई फिलहाल जारी है, और आगे और खुलासे होने की संभावना है।