प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 04 जनवरी 2021
गौ माता की सेवा के लिए हमेशा आगे रहने वाले गौ पुत्र ओमेश बिसेन ने 14 किलोमीटर की ढंडवत यात्रा करके राज्यपाल से मुलाकात की । ओमेश बिसेन की मांग है कि सरकार दतरेंगा में स्थित गौ शाला को न हटाये क्योंकि वहां आ भी बहुत सारे गौ माता का जतन होता है । घायल गायों का वहां उपचार किया जाता है ।अपने खून से लिखे लैटर को सौंपकर राज्यपाल से एक गौशाला को हटाए जाने की साजिश की शिकायत की है। ओमेश ने बताया कि दतरेंगा में समाज सेवी रेणुका एक शेल्टर चलाती हैं। इसमें दर्जनों गाय और कुत्ते हैं। यह सभी यहां घायल अवस्था में लाए गए थे। अपने स्तर पर कुछ लोगों के साथ मिलकर वह महिला सभी जानवरों की देख-रेख और इलाज सेवा भावना से करती हैं। मगर अब इस शेल्टर को उजाड़ने की कोशिश स्थानीय सरपंच कर रहा है।
आत्मदाह कर लूंगा
इस मामले में ओमेश दतरेंगा से दंडवत यात्रा करते हुए राजभवन पहुंचे और राज्यपाल अनुसुइया उइके से इस मामले की शिकायत की। ओमेश का दावा है कि विधायक सत्यनारायण शर्मा भी स्थानीय नेताओं की बातों में आकर इसे शेल्टर को हटाने के लिए अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं। दरअसल स्थानीय नेताओं ने शेल्टर को चलने देने के बदले रंगदारी वसूलने की कोशिश की जब बात नहीं बनी तो जानवरों की मदद के लिए शुरू किए गए इस केंद्र को हटाने का नोटिस भेजा जा रहा है। अगर ऐसा हुआ तो मैं विधायक के घर पर जाकर आत्मदाह कर लुंगा।
लेट-लेटकर पहुंचे राजभवन
ओमेश ने बताया कि अपनी बात जिम्मेदारों तक पहुंचाने और इस घटना का विरोध करने के लिए दो दिनों तक दतरेंगा से राजभवन की यात्रा लेट-लेटकर निकाली। करीब 14 किलोमीटर का सफर पूरा करने में दो दिन लगे। शरीर की मांसपेशियों का बुरा हाल हो गया। फिलहाल डॉक्टरों से ओमेश इलाज करवा रहे हैं। दतरेंगा में घायल और लावारिस पशुओं की मदद के लिए बने शेल्टर की समस्या पर अब राज्यपाल ने उन्हें उचित मदद का भरोसा दिलाया है।
इस पूरी यात्रा के दौरान अंकित द्विवेदी और बड़ी संख्या में गौ सेवक साथ रहे ।