प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 04 जनवरी 2020
नवा रायपुर अटल नगर में इस साल के अंत तक 4 रेलवे स्टेशन का निर्माण हो जाएगा । अभी कार्य काफी मंद गति स चल रहा है लेकिन माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक 4 स्टेशन बनकर तैयार हो जाएंगे ।मंदिर हसौद से नवा रायपुर तक 20 किमी लंबी रेललाइन बिछाने का काम मंद गति से चल रहा है। इस कारण निर्माण कार्य पूरा होने में एक साल का समय और लगेगा। 20 किमी के दायरे में बनने वाले चार रेलवे स्टेशन का निर्माण दिसंबर 2021 तक पूरा होना की उम्मीद है। धन की कमी के चलते यह प्रोजेक्ट डेढ़ साल पहले ही लेट हो चुका है। अगर फंड की स्थिति यही रही तो निर्माण कार्य आगे भी प्रभावित होगा। अभी तक एनआरडीए 10 फीसद काम ही पूरा कर पाया है।
छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में उनके नाम पर मंदिरहसौद से दो किमी दूर नवा रायपुर की ओर अटल नगर रेलवे स्टेशन बन रहा है। रेलवे ने यही नाम अपने रिकार्ड में दर्ज भी कर लिया। अटल नगर का नाम पहले नवा रायपुर रखा गया था। रायपुर जंक्शन से मंदिरहसौद तक जाकर जब ट्रेन नवा रायपुर की तरफ टर्न होगी, तब पहला स्टेशन अटल नगर ही पड़ेगा। केंद्री के पहले तक रेलवे लाइन बिछ चुकी है, इसलिए माना जा रहा है कि नवा रायपुर का पहला रेलवे स्टेशन अटल नगर ही होगा। इसे जंक्शन के रूप में डेवलप किया जा रहा है। दिसंबर 2021 में इस स्टेशन को चालू करने की तैयारी है।
नवा रायपुर में रेललाइन बिछाने का काम तीन साल पहले शुरू हुआ था, लेकिन सरकार बदलने और कोरोना की वजह से निर्माण कार्य ठप रहा। अभी केवल तीन किमी तक रेलवे लाइन बिछाई जा सकी है। इसमें पुल-पुलिए भी बनकर तैयार हैं। पिछले महीने केंद्री के पहले पटरियों के लिए जमीन समतल करते समय निर्माण एजेंसी केंद्री तक पहुंचने वाली थी कि रास्ते में धान मंडी आ गई। वहां पर धान भी रखा गया है। ऐसे में निर्माण एजेंसी को काम रोकना पड़ गया। अब एक एकड़ जमीन खाली कराने के बाद ही निर्माण कार्य फिर से शुरू हो पाएगा। एनडीआरए के अफसरों का कहना है कि भू-अर्जन की प्रक्रिया पूरी होने पर धान मंडी की जमीन मिल भी गई तब भी जब तक वहां रखा पूरा धान नहीं हटाया जाएगा, तब तक काम रुका रहेगा। इसमें कुछ महीने का समय लगने की संभावना है।
सरकार के पैसे से स्टेशनों का निर्माण
अटलनगर के अलावा उद्योगनगर और मंत्रालय रोड चौराहा के पास सीबीडी रेलवे स्टेशन बनाने का काम चल रहा लेकिन चौथे मुक्तांगन स्टेशन का काम फिलहाल रोककर रखा गया है। इन स्टेशनों को बनाने 180 करोड़ रुपये का खर्च राज्य शासन व नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) उठा रही हैं। प्रथम चरण में 89 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके है। नवा रायपुर का केंद्री स्टेशन रेलवे को बनवाना है। यह नवा रायपुर का अंतिम स्टेशन होगा, जहां से अभनपुर और राजिम होते ही धमतरी तक नैरो गेज की जगह ब्राड गेज रेलवे लाइन बनने वाली है।
मुक्तांगन के पास फंसा पेंच
मुक्तांगन से होकर गुजरने वाली रेललाइन में भी जमीन का पेंच फंस गया है। इसी रास्ते में एक निजी जमीन पर वर्कशॉप बनी है। नवा रायपुर विकास प्राधिकरण ने इस जमीन मालिक को कई बार नोटिस दी, लेकिन अभी तक इसे खाली नहीं कराया जा सका है।
90 फीसद काम अभी भी बाकी
रेललाइन के बीच बनने वाले अधिकांश पुल-पुलियों का खर्च एनआरडीए को उठाना है। यही नहीं, ट्रेन के लिए नेशनल हाइवे पर करीब 20 करोड़ से फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव है। यह काम भी एनआरडीए से पैसे नहीं मिलने के कारण शुरू नहीं हो पाया है। अभी तक 10 फीसदी काम ही हो पाया है, 90 फीसद काम होना बाकी है।