भूपेश टांडिया/ गोपीकृष्ण साहू
रायपुर 15 जन. 2021
स्पेशल DG आर के विज ने बताया कि डायल 112 के माध्यम से पिछले कई वर्षों से प्रदेश के लोगों की सेवा करते आ रही है, चाहे वह पुलिस संबंधित प्रकरण हो या फिर मेडिकल या महिलाओं और बच्चों को घर पहुंचाने की सहायता हो, एक कॉल के माध्यम से ही लोगों सेवा के लिए सदैव तत्पर रहती है।
इस वर्ष यानी कि 2020–21 में डायल 112 के माध्यम से कोरोना काल के रहते लाखों लोगों की सहायता की गयी।
इस वर्ष 112 में कुल 64 लाख 80 हज़ार से भी ज्यादा लोगों ने कॉल किया और जिसमें पुलिस प्रकरण संबंधी 10 लाख 23 हज़ार 321 लोगों की समस्याओं का समाधान किया गया।
फायर संबंधी 15938, मेडिकल संबंधी प्रकरण 4 लाख 10 हजार 805 रहा वहीं 94 हज़ार 690 महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित पहुंचाने की भी सहायता किया गया।
सड़क दुर्घटना प्रकरण में 13 लाख 67 हज़ार 89 लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया है।
प्रदेश में धानों खरीदी चल रही है और जिससे किसानों को किसी तरह से कोई तकलीफ न हो इसके लिए डायल 112 के माध्यम से 5168 लोगों की शिकायतों को सुना।
प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षा देने के मामले में भी डायल 112 पीछे नहीं रहा है इस वर्ष 634 प्रकरण सामने आए और सभी को सुरक्षित स्थान में पहुंचाया गया।
आत्महत्या के प्रकरण में करीब 12737 लोगों की सहायता की गई है, प्रदेश में 31585 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया गया।
ERV वाहन 74 नवजात शिशु इन वर्ष जन्में, इस वर्ष कोरोना का खौफ लोगों में भारी रहा और इसके बावजूद डायल 112 ने कोरोना संबंधी प्रकरण में 19 हज़ार 813 लोगों को सहायता पहुंचाई है।
बस्तर में लोगों के घर में सांप घुस जाता था इसके लिए स्पेशल पुलिस को तो ट्रेनिंग नहीं दी गई लेकिन वहां की जो पुलिसकर्मी हैं और इस तरह के मामले हैं उसको हैंडल करने में तत्पर रहते हैं तो उन्होंने इस तरीके से जो कार्य हैं वह करने में बड़े ही सुरक्षित तरीके से लोगों को बचाने में विशेष मदद किया।
कोरोना काल के समय विशेष कोरोना वॉरियर्स के रूप कार्य करने वाले डायल 112 की महिलाओं का सम्मान भी किया गया।