प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 16 मार्च 2021
राजधानी रायपुर अब देश की 5वीं राजधानी बन गई है जहां एक्टिव मरीजों की संख्या सर्वाधिक है । इस मामले में राजधानी रायपुर ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर को भी पीछे छोड़ दिया है । आंकड़े बताने के लिए काफी है कि अगर लोग सतर्क नहीं रहे तो आने वाले दिनों में लोगों को काफी समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है ।
राजधानी में हर दिन के साथ तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण से हालात हाथ से निकलते जा रहे हैं। मगर, कोरोना की रोकथाम के लिए उठाए गए सभी कदम सिर्फ औपचारिकता जान पड़ते हैं क्योंकि न तो जनता पालन कर रही है और न सरकारी तंत्र पालन करवा पा रहा है।
देखा जा रहा है कि हम सबकी जानबूझकर बरती गई लापरवाही ने कोरोना की वापसी करवाई है। वरना महीनेभर पहले तक लग रहा था कि अब संक्रमण खात्मे की तरफ है। राजधानी में कोरोना के फैलने की 3 बड़ी वजह स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में सामने आई है। पहला, दूसरे राज्यों से आने वाले लोग, जिनकी जांच आज भी हर पॉइंट्स पर नहीं हो रही है। दूसरा, लोगों द्वारा समय रहते लक्षण होने के बाद भी जांच न करवाना। तीसरा, सबकुछ पहले सामान्य कर दिया जाना। भले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कह दिया हो कि लॉकडाउन समस्या का हल नहीं है, मगर अधिकारी कम से कम रायपुर और दुर्ग में लॉकडाउन की चर्चा कर रहे हैं, खासकर होली को देखते हुए।
डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ, रायपुर ने बताया कि हम नियमों का पालन नहीं करेंगे तो संक्रमित होंगे, वही हो रहा है। शासन-प्रशासन को ठोस कदम उठाने चाहिए, क्योंकि हालात बिगड़ रहे हैं। अक्टूबर-नवंबर जैसी स्थिति अभी बनी नहीं है, लेकिन बनती दिख रही है।
एक तरफ क्रिकेट का शुमार तो दूसरी तरफ कोरोना का वार
राजधानी रायपुर में एक तरफ रोड सेफ्टी टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है । टूर्नामेंट में खासकर भारत के मैच में लोगों की इतनी भीड़ जुट रही है कि कोरोना के गाइडलाइंस का कोई भी पालन नहीं कर रहा है । ऐसे में कोरोना के मामले और बढ़े इसमें कोई दोहराय नही है । क्रिकेट के शुमार के बीच लोगों को नियमों का कड़ाई से पालन कराना प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती है ।
सबसे ज्यादा एक्टिव मरीजों वाली राजधानी
राजधानी- एक्टिव मरीज
मुंबई (महाराष्ट्र)- 12,535
बेंगलूरु (कर्नाटक)- 6,107
त्रिरुवंतपुरम (केरल)- 1,550
कोलकाता (पश्चिम बंगाल)- 1,265
रायपुर (छत्तीसगढ़)- 1,138