प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 20 मई 2021
दिल्ली से लेकर छत्तीसगढ़ तक राजनीतिक विवाद इन दिनों चरम पर है और इस विवाद का कारण है ‘Toolkit’ । अब इस मामले को लेकर राजधानी रायपुर में पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता रमन सिंह के साथ संबित पात्रा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हो गया है । पुलिस ने यह केस NSUI के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा की शिकायत पर दर्ज किया है।
भाजपा नेताओं की ओर से कथित Toolkit सार्वजनिक किए जाने के बाद से ही कांग्रेस मामले में आक्रामक है। NSUI पदाधिकारियों ने मंगलवार रात 8.30 बजे के करीब रायपुर के सिविल लाइंस थाने पहुंचकर तहरीर दी। उनका कहना था कांग्रेस पार्टी की ख्याति को नुकसान पहुंचाने के लिए डॉ. रमन सिंह, संबित पात्रा और दूसरे भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसंधान विभाग के जाली लेटर हेड पर एक मनगढ़न्त फेक न्यूज साझा कर देश मे सम्प्रदायिकता और हिंसा फैलाने का प्रयास किया है।
FIR दर्ज होने के बाद रमन सिंह बोले : कांग्रेस के हर झूठ…
FIR के बाद डॉ. रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, कांग्रेस अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने देश तक को बदनाम करने से बाज नहीं आती। कोरोना महामारी से लोगों को बचाने की जगह कांग्रेसी नेता अफवाहें फैलाकर लोगों में डर पैदा कर रहे हैं। वैक्सीन तक को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। इनके हर झूठ, हर पाखंड का पर्दाफाश होगा ।
युवा कांग्रेस ने भी थाने में की शिकायत
छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता भी आज रायपुर के सिविल लाइंस थाने में शिकायत लेकर पहुंच गए। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद (कोको) पाढ़ी के नेतृत्व में सुबोध हरितवाल, मिलिंद गौतम, अशरफ हुसैन आदि ने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराअई। उनका आरोप है कि पात्रा ने कांग्रेस के लेटरहैड का दुरुपयोग किया ।
प्रदेश के सभी ब्लॉक में हुई है शिकायत
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के हर ब्लॉक में भाजपा नेताओं के खिलाफ शिकायत कर FIR दर्ज करने की मांग की है। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, महासचिव बीएल संतोष और संबित पात्रा का नाम भी शामिल है। अगर इन मामलों में भी पुलिस FIR करती है तो इन नेताओं को जमानत आदि लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
क्या है Toolkit?
Toolkit एक प्रकार का डिजीटल दस्तावेज होता है, जिसमें अपने अभियान को आगे बढ़ाने के लिए बिंदुवार मुद्दे होते हैं। अभियान को धार देने के लिए इन्हीं मुद्दों पर विरोधियों को घेरने के लिए प्रचार-प्रसार किया जाता है। हाल ही में किसान आंदोलन के दौरान भी एक Toolkit सामने आया था। इसकी काफी चर्चा हुई। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कई गिरफ्तारियां भी की थी ।