प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 23 जुलाई 2021
देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी भी की मौत नहीं होने की बात केंद्र सरकार ने संसद में कही है । लेकिन अब इस बयान पर सियासी संग्राम भी शुरू हो चुका है । छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार ने कभी भी ऑक्सीजन की कमी से मौत की जानकारी राज्य से नहीं मांगी। सिंहदेव ने संसद में जवाब के बाद ट्वीट किया- केंद्र सरकार एक दिन में मरने वालों की संख्या, कोमारबिडिटी (कोरोना के साथ अन्य बीमारी) के साथ मौत और कोमारबिडिटी का प्रकार जैसा डेटा मांगते हैं।
केंद्र सरकार ने राज्यों में इसकी जांच किए बिना जानबूझकर संसद को गुमराह किया है। राज्यों के साथ इस तथ्य की जांच किए बिना केंद्र सरकार ने यह जानकारी दी है। सिंहदेव ने लिखा, जब केंद्र सरकार कहती है कि दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मृत्यु नहीं हुई, तो वे शायद छत्तीसगढ़ की बात कर रहे हैं। यह एक ऐसा राज्य है, जहां अतिरिक्त ऑक्सीजन है।
हालांकि, यह भी एक सच्चाई है कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की मृत्यु हुई और उन भयानक दृश्य को भुलाया नहीं जा सकता। सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की चेतावनी और सुझाव को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ उन प्राथमिक राज्यों में से एक था, जिसने कोरोना संकट के दौरान ऑक्सीजन सप्लाई बनाए रखी
छत्तीसगढ़ की उत्पादन क्षमता 388.87 मीट्रिक टन है, जबकि 26 अप्रैल को अधिकतम खपत 180 मीट्रिक टन थी। फिर भी छत्तीसगढ़ में ऐसी किसी भी अनजान घटना को ट्रैक करने के लिए ऑडिट का विकल्प तलाश रहे हैं। हम केंद्र सरकार से इस तरह की घटनाओं का रिकॉर्ड प्राप्त करने और भविष्य की किसी भी त्रासदी से बचने के लिए ऑडिट का आग्रह कर रहे हैं।