कन्हैया तिवारी की रिपोर्ट
गरियाबंद 26जुलाई 2021
सावन के पूरे महीने में लोग धूमधाम से भगवान शिव को पूजते हैं। देशभर में 12 ज्योतिर्लिंग हैं, जिनके प्रति भगवान शिव के श्रद्धालुओं की गहरी आस्था है। छत्तीसगढ़ में एक ऐसा शिवलिंग हैं जिसकी मान्यता ज्योतिर्लिंग की ही तरह ही है। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में मौजूद भूतेश्वर महादेव एक अर्धनारीश्वर प्राकृतिक शिवलिंग है। जो राजधानी रायपुर से 90 किमी दूर गरियाबंद के घने जंगलों में बसा है।
दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु :- सावन के महीने में हर साल यहां भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। जहां दूर दूर से महादेव के भक्त उनकी अराधना करने पहुंचते हैं। इस जगह की मान्यता इतनी है कि यहां केवल छत्तीसगढ़ से ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से भी भक्त पहुंचते हैं। इसके साथ ही सावन के दौरान प्रत्येक सावन सोमवार को कांवरिए भगवान को जल चढ़ाने सुबह से आने लगते हैं।
बाहर से आए भक्तों के लिए होती है पूरी व्यवस्था ज्ञात हो कि इस मंदिर के दर्शन के लिए भक्त दूर दूर से पहुंचते हैं। इसलिए यहां पहुंचे भक्तों के लिए रहने व खाने पीने की पूरी व्यवस्था की जाती है।
इसलिए पड़ा भूतेश्वर नाम:-
आस पास के गांव के लोगों का मानना है कि पहले भूतेश्वर महादेव एक छोटे टीले के रूप में थे। फिर धीरे-धीरे इनका आकार बढ़ता गया। और इनके आकार में बढ़ाव आज भी जारी है। शिवलिंग में प्रकृति प्रदत जललहरी भी दिखाई देती है जो धीरे धीरे जमींन के ऊपर आती दिखाई दे रही है। इसलिए इसे भूतेश्वर महादेव के नाम से जाना जाने लगा।