प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 27 जुलाई 2021
राजधानी रायपुर में कोरोना और ब्लैक फंगस के बाद निमोनिया का भी खतरा बढ़ रहा है । अचानक निमोनिया के केस में हुए बढ़ोतरी से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है । दरअसल पिछले 9 दिनों में ही 15 लोगों से ज्यादा की जान निमोनिया के चलते चली गई है । जानकारी के मुताबिक 90 लोग से ज्यादा इस दौरान निमोनिया से पीड़ित मिले है । राजधानी के अंबेडकर अस्पताल के साथ निजी अस्पतालों में भी बड़ी संख्या में निमोनिया के मरीज सामने आ रहे है ।
क्या होता है निमोनिया
हमारे शरीर में सांस लेने के अंग होते हैं फेफड़े (Lungs) ! फेफड़े स्पंज जैसे अंग होते हैं जिनमें ऑक्सीजन तथा कार्बन डाई आक्साईड का आदान प्रदान होता है। फेफड़ों का अधिकतर भाग छोटे-छोटे गुब्बारेनुमा झिल्लियों का बना रहता है जिन्हें विज्ञान की भाषा में alveoli (वायुकोष्ठ) कहते हैं। ये Alveoli करोड़ों की संख्या में हैं और सामान्यत: हवा से भरी रहती हैं!
जब निमोनिया होता है उस समय किटाणुओं या वायरस के प्रभाव से Alveoli हवा की बजाए गाढे तरल से भर जाती है जो सामान्यत: मवाद हो सकती है या वैसा ही कोई अन्य तरल।
इससे फेफड़े का वो हिस्सा गैस के स्थानांतरण के लायक नहीं रहता। इसके अलावा फेफड़ों की ब्लड-स्पलाई बहुत अधिक होती है। इन किटाणुओं का रक्त के द्वारा शरीर के बाकी हिस्सो में संचार बहुत तेजी से होता है और शरीर बैक्टीरिमिया या स्पटीसिमिया में चला जाता है जिसे आम भाषा में शरीर में जहर फैलना या खून का पानी होना कहते हैं ! ये स्थिति बहुत घातक होती है जिससे थोड़ी ही देर में मृत्यु हो सकती है ।
निमोनिया से बचाने वाली vaccine (टीकाकरण) :-
- Pneumococcal capsular vaccine (Pneumo 13 (prevnar), PCV 10 (Synflorix), pneumo 23)
- HiB
- Influenza
- Measles