प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 28 जुलाई 2021
छत्तीसगढ़ में दुराचार और गैंगरेप की घटना कम होने का नाम नहीं ले रही है । बड़े ही शर्म की बात है कि छत्तीसगढ़ में बीते डेढ़ साल में दुराचार और गैंगरेप की 3717 मामले आये है जो प्रदेश के थानों में दर्ज है । विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सूबे के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जानकारी देते बताया की 01 जनवरी 2020 से लेकर 04 जुलाई 2021 तक दुराचार और गैंगरेप के 3717 मामले सामने आए है जो थाने में दर्ज है । इन आंकड़ों से यह समझा जा सकता है कि प्रदेश में महिलाएं और बच्चे कितनी सुरक्षित है । आपको बताते चले कि 01 जनवरी 2020 से 04 जुलाई 2021 तक राजधानी रायपुर में दुराचार और गैंगरेप की 713 घटनाएं सामने आई है । अगर बात करे न्यायधानी बिलासपुर की तो 489 केस सामने आए है जिनमें गैंगरेप की 06 घटनाएं घटी और 484ल3 घटनाएं दुराचार की घटी है । धमतरी में 205 मामले,महासमुंद में 173, गरियाबंद में 181, बलौदाबाजार में 322,रायगढ़ में 241,जांजगीर में 437,कोरबा में 321, मुंगेली में 77,दुर्ग में 515,राजनांदगाँव में 174,कबीरधाम में 208,बालोद में 122,बेमेतरा में 179,जगदलपुर में 245,कांकेर में 191,दंतेवाड़ा में 44,नारायणपुर में 58,बीजापुर में 02,कोंडागांव में 105,सुकमा में 21,सरगुजा में 290,जशपुर में 274,सूरजपुर में 315,कोरिया में 338 और बलरामपुर में 254 मामले दुराचार और गैंगरेप की घटनाएं सामने आई है ।
तीन हज़ार से अधिक नाबालिग हुए शिकार
इन डेढ़ सालों में छत्तीसगढ़ में नाबालिगों के ऊपर तीन हज़ार 117 मामले घटित हुई है ।